जिले में प्रतिदिन बढ़ रही कोविड जांच, शीघ्र स्थापित होगी लैब
हरिद्वार। जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने शुक्रवार को मेला नियंत्रण भवन में कोविड-19 के सम्बन्ध में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहाकि कोविड-19 के पहले 1500 के आसपास टेस्ट किए जा रहे थे, जबकि हमने 2000 प्रतिदिन टेस्ट करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब एक-दो दिन में दो हजार के लक्ष्य से भी अधिक 2100 से लेकर 2300 प्रतिदिन टेस्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में इससे भी अधिक टेस्टिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी सेम्पिलिंग प्रतिदिन बढ़ रही है, लेकिन टेस्ट के लिये देहरादून आदि लैबों में भेजने की वजह से उनकी रिपोर्ट आने में विलम्ब हो रहा है। उन्होंने कहा कि आईसीएमआर की स्वीकृति मिलने के पश्चात शीघ्र ही हमारे पास अपनी लैब हो जायेगी तथा लैब स्थापित करने की सारी तैयारियां हमने पूरी कर ली हैं।
जिलाधिकारी ने आगामी त्योहारों का जिक्र करते हुये कहा कि बाजारों में भीड़ बढ़ना स्वाभाविक है। ऐसे मौकों पर निगरानी रखनी बहुत जरूरी है, क्योंकि भीड़भाड़ अधिक होने की वहज से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि विजया दशमी का त्योहार प्रतीकात्मक रूप से मनाया जायेगा। मुख्य आयोजन स्थलों पर भीड़भाड़ कम हो, इसके लिये लोकल चैनलों व फेसबुक लाइव पर प्रसारण करने के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन्हीं बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुये रणनीति बना रहे हैं।
पिरान कलियर मेले का जिक्र करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि वहां व्यवस्थायें धीरे-धीरे पटरी पर आ रही हैं। उन्होंने कहा कि पिरान कलियर में 27 अक्टूबर के बाद भीड़ बढ़ सकती है, जिस पर हमारी पूरी नजर है।
पत्रकारों के जगजीतपुर में मेडिकल काॅलेज के सम्बन्ध में पूछने पर जिलाधिकारी ने बताया कि मेडिकल काॅलेज के लिये सारी तैयारियां कर ली गयी हैं। 20 करोड़ रुपये स्वीकृत हो चुके हैं। पैसा मिलने पर शीघ्र से शीघ्र कार्य प्रारम्भ करा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि आगामी कुम्भ को देखते हुये जगजीतपुर में ही 1000 बेड का कोविड हाॅस्पिटल तैयार किया जा रहा है।
मास्क पहनने के सम्बन्ध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में जिलाधिकारी ने कहा कि मन्दिरों में मास्क पहनने के लिये मन्दिर समितियों से अनुरोध किया गया है। मन्दिरों में बिना मास्क प्रवेश वर्जित है, के बोर्ड लगाये गये हैं, फिर भी अगर कहीं पर उल्लंघन होता हैं, तो कार्रवाई की जायेगी तथा कड़ाई से पालन कराया जायेगा।
खनन के सम्बन्ध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में जिलाधिकारी ने कहा कि खनन सत्र शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि स्वीकृत पट्टों के अनुसार ही केवल वैध खनन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अवैध खनन करने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी। पत्रकार वार्ता में मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. एसके झा भी उपस्थित थे।