टैक्स बिजली-पानी के बिलों में छूट की व्यापारियों ने की मांग
हरिद्वार। प्रदेश व्यापार मंडल की ओर से गठित सुभाष घाट व्यापार मंडल के नवनियुक्त पदाधिकारियों ने शपथ ग्रहण की। व्यापारियों ने कहा कि टैक्स बिजली पानी आदि में व्यापारी वर्ग को छूट दी जाए।
बुधवार को सुभाष घाट स्थित एक होटल में सुभाष घाट व्यापार मंडल के शपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष मयंक मूर्ति भट्ट संचालन महानगर महामंत्री सुमित अरोड़ा ने किया। महानगर अध्यक्ष ने अध्यक्ष आदेश मारवाड़ी, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र वधावन, उपाध्यक्ष धीरज अरोड़ा, राजकुमार मल्होत्रा, रामगोपाल दाऊजी, सोनल गर्ग, महामंत्री प्रवीण शर्मा, मंत्री विशाल भट्ट, रामकिशोर अग्रवाल, संयुक्त मंत्री पंकज अरोड़ा, संगठन मंत्री सुमित शर्मा, कोषाध्यक्ष मधुर अरोड़ा, प्रवक्ता मनोज सिरोही, मीडिया प्रभारी कमल खड़का कार्यकारिणी सदस्य सुनीता शर्मा, नितेश मल्होत्रा गौरव बंसल सुधीर अरोड़ा और संरक्षक मंडल के महंत केदार पुरी, राजेंद्र चैटाला, हर्षवर्धन, रमेश शर्मा, सुरेश भाटिया, सचिन शर्मा, वीरेंद्र तिवारी, घनश्याम त्रिपाठी, आनंद विरवानी, वेद प्रकाश बत्रा, सत्येंद्र वर्मा को शपथ ग्रहण कराई।
प्रदेश अध्यक्ष संजीव चैधरी ने कहा कि लॉकडाउन की मार अब तक हरिद्वार का व्यापारी झेल रहा है। कुंभ मेले की भी कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। सरकार लगातार हर मुख्य परिजनों के कर्ज खाते हुए व्यापारियों को व्यापार को बंद करा देती है। जिससे व्यापार टूट चुका है। जिलाध्यक्ष शिवकुमार कश्यप ने कहा कि सरकार को हरिद्वार के व्यापारियों को बिजली-पानी के बिलों के साथ ही अन्य टैक्स में छूट देनी चाहिए। पहले ही व्यापारी वर्ग लॉकडाउन के कारण पूरी तरह टूट चुका है। अब टैक्सों के नाम पर व्यापारियों को और परेशान नहीं किया जाना चाहिए। कुंभ को लेकर भी सरकार को स्थिति साफ करनी चाहिए। जिला महामंत्री तेज प्रकाश साहू ने कहा कि लॉकडाउन से लेकर अब तक व्यापारी संघर्ष करते आ रहे हैं। व्यापारियों को राहत देने के लिए सरकार को साप्ताहिक बंदी में छूट देनी चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश अध्यक्ष संजीव चैधरी, जिलाध्यक्ष शिव कुमार कश्यप, सुरेश ठाकुर, जिला महामंत्री तेज प्रकाश साहू ने शिरकत की। इस अवसर पर अजय अरोड़ा, जतिन हंाडा, विशाल मूर्ति भट्ट, प्रणव पंचभैय्या, हेमंत कश्यप, दीपचंद, दीपक गोयल, हिमांशु राजपूत आदि मौजूद रहे।