रुड़की/संवाददाता
खानपुर रेंज के अन्तर्गत कुडकावाला गांव के जंगलों में चार सांभर के शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहंुची और मामले की जांच शुरू कर दी। सबसे बड़ा सवाल अब यह है कि एक ही स्थान पर चार-चार सांभर की मौत कैसे हो सकती हैं? इस घटना से पता चलता है कि कहीं न कहीं वन विभाग के कर्मियों की कार्यशैली संदेह के घेरे में हैं। ऐसा भी माना जा रहा है कि अज्ञात तस्करों द्वारा इन जंगली जानवरों का शिकार करने की मंशा से उन्हें मारा गया हो। इसकी जांच होना नितांत आवश्यक हैं। एक ओर जहां केंद्र व राज्य सरकार जंगली जानवरों की सुरक्षा को लेकर बेहद गम्भीर हैं। वहीं वन विभाग अपनी ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरत रहा हैं। इसी का परिणाम यह हुआ कि तस्करों ने मौका देखकर चार सांभर को अकाल मौत के मुंह में धकेल दिया। उन्होंने ऐसा क्यों किया? कहीं न कहीं यह मामला जंगली जानवरों की तस्करी से भी जुड़ा हो सकता हैं। बताया यह भी गया है कि सांभर बेहद कीमती होते हैं और तस्करों की उन पर निगाह होती हैं। अब वन विभाग के अधिकारियों के सामने मामले में कड़ा संज्ञान लेकर अज्ञात तस्करों को चिहिन्त कर उन्हें पकडने की बड़ी चुनौती हैं। ताकि इस प्रकार की घटना की भविष्य में पुनावृत्ति न हो सके। साथ ही इस सम्बन्ध में पशुओं से बेहद लगाव रखने वाली सांसद मेनका गांधी को भी अवगत कराया गया हैं। वहीं इस सम्बन्ध में खानपुर रेंज के रेंजर राम सिंह ने बताया कि जिस स्थान पर यह सांभर मृत पाये गये हैं, उसके उफपर से हाईवोल्ट की लाईन गुजर रही हैं तथा कुछ पेड़ के तने लाईन से टच हो रहे हैं। हो सकता है कि करंट लगने से इनकी मौत हुई हो? पूरा मामला तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।