हरिद्वार। कोरोना महामारी को मात देने के लिए देशभर में शुरू हुए वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शनिवार को हरिद्वार में भी प्रारंभ हो गई। जनपद में पहले चरण में 14035 कोरोनावरियर्स स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दी जाएगी। जिसके लिए चार वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं। जनपद में कोविशील्ड वैक्सीन के 18050 डोज पहुंच चुके हैं। वैक्सीन को लेकर किसी तरह का कोई भ्रम आम जनमानस में न रहे इसलिए जिला चिकित्सालय हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश गुप्ता व रुड़की सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर संजय कंसल ने पहली वैक्सीन की डोज स्वयं ली। जिलाधिकारी सी रविशंकर के साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसके झा ने सभी वैक्सीनेशन केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। डॉ एसके झा ने बताया की वैक्सीन लेने वाले सभी स्वास्थ्य कर्मियों को निगरानी में रखा गया उनको किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऑनलाइन संबोधन के पश्चात जनपद में 4 केंद्रों पर वैक्सीनेशन की प्रक्रिया प्रारंभ हुई। यह केंद्र क्रमसः ऋषि कुल अस्पताल हरिद्वार, जिला मुख्यालय रोशनाबाद स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सिविल अस्पताल रुड़की तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गुरुकुल नारसन में बनाए गए हैं। हरिद्वार केंद्र पर जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश गुप्ता ने, रुड़की केंद्र पर सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ संजय कंसल ने, नारसन केंद्र पर प्रभारी डॉ विवेक तिवारी ने तथा रोशनाबाद केंद्र पर स्वास्थ्य कर्मी संगीता चैहान को पहली वैक्सीन दी गई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.एस. के. झा ने बताया कि पहले चरण में 14035 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दी जानी है जिसके लिए 18050 वैक्सीन डोज पहुंच चुकी हैं, जिन्हें जिला कोल्ड चेन में कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। शनिवार को वैक्सीनेशन के पहले दिन 400 स्वास्थ्य कर्मियों को पहली डोज दी गई। लगभग 4 सप्ताह के बाद इन लोगों को दूसरी बूस्टर डोज दी जाएगी।उन्होंने बताया कि वैक्सीन लेने वालों को निर्धारित समय तक निगरानी में रखा गया।यह खुशी की बात है कि किसी को कोई परेशानी नहीं हुई।
डॉ. झा ने केंद्र व उत्तराखंड सरकार का इस बात के लिए आभार जताया कि कोरोना वारियर्स के रूप में अग्रिम पंक्ति में काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को सबसे पहले व मुफ्त वैक्सीन दी जा रही है।उन्होंने कहा हरिद्वार में यह कुंभ का वर्ष है इसलिए उन्हें वैक्सीन की और ज्यादा मात्रा मिलने की उम्मीद है।आवश्यकता के अनुसार वैक्सीनेशन केन्द्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।