संतों ने जतायी नाराजगी, जांच की मांग
हरिद्वार। मध्य हरिद्वार स्थित चंद्राचार्य चैक पर भगवान श्री चंद्र की मूर्ति हटाने के बाद धरने पर बैठे संतों को मनाने के लिए आज मेला अधिकारी दीपक रावत पहुंचे। जिसके बाद संतों ने मेला अधिकारी के समक्ष भी अपनी नाराजगी जताते हुए भविष्य में इस प्रकार की गलती न दोहराने की बात की तथा मूर्ति हटाए जाने की उच्च्स्तरीय जांच की मांग की।
बता दें कि हरिद्वार में होने वाले कुंभ से पहले 16 चैराहों का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। जिसके तहत 4 दिन पूर्व रातों-रात चैराहे से भगवान श्री चंद्र की प्रतिमा को हटा दिया गया था। जिसके बाद बड़ा उदासीन अखाड़े के संत नाराज होकर धरने पर बैठ गए थे और उन्होंने मूर्ति शाम तक न लगाए जाने पर आत्मदाह तक की चेतावनी दे दी थी। बड़ा उदासीन अखाड़े के संतों का कहना था कि भगवान श्री चंद्र उनके इष्ट देव हैं और प्रतिमा को हटाना उनके इष्ट देव का अपमान है। लिहाजा चैराहे पर तुरंत भगवान श्री चंद्र की मूर्ति लगवाई जाए। उन्होंने कहाकि मूर्ति अखाड़े को बिना विश्वास में लिए किन परिस्थितियों में हटाई गई इसकी भी उच्चस्तरीय जांच की जाए। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी दीपक रावत ने संतों को मनाने की कोशिश की और आश्वासन दिया कि जल्द ही भगवान श्री चंद की प्रतिमा यहां पर लगाई जाएगी। यही नहीं किन परिस्थितियों में रातों-रात मूर्ति हटाई गई इसकी भी उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। जिसके बाद संतों का गुस्सा शांत हुआ। अखाड़े के संतों का कहना है कि जब तक मूर्ति पूर्व निर्धारित स्थल पर नहीं लगायी जाती तब तक एक संत हर समय मूर्ति स्थल पर डटा रहेगा।