रुड़की/संवाददाता
एक बार फिर अपने ही चहेतों के घर पर कब्जा करने के आरोप में भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन सुर्खियों में आ गए हैं। हाल ही में उनका एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह धरनारत एबीवीपी कार्यकर्ताओं को अपशब्दों से धमकाते नजर आ रहे थे। पीड़ित लोगों के वायरल वीडियो में आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एड. महक सिंह सैनी ने अपने ब्यान में कहा कि अपने कारनामों से चर्चा में रहने वाले खानपुर विधायक प्रणव सिंह चैंपियन की यह आदत बन गयी है। आप प्रवक्ता ने कहा कि प्रणव चैंपियन को पार्टी में रखना आखिर बीजेपी की कौन सी मजबूरी बन गया है, जो समय-समय पर प्रदेश को शर्मसार करते रहते हैं। उसके बावजूद भी बीजेपी उनके काले चिटठों पर पर्दा डालकर बैठी है। प्रदेश उपाध्यक्ष शारिक अफरोज ने कहा कि कभी विधायक प्रणव उत्तराखंड की पुलिस को नामर्द कहते हैं, कभी ये हथियार लहराकर लोगों में डर फैलाते हैं, तो कभी छात्रों को धमकी देते हैं और कभी पार्टी के ही विधायक को अपशब्द कहते हैं। इन्होंने तो देवभूमि उत्तराखंड और यहां के लोगों को भी अपशब्द कहने से गुरेज नहीं किया। जिसकी वजह से इनको बीजेपी से निष्कासन भी सहना पड़ा, लेकिन बीजेपी संगठन ने अपने इस दुलारे और बदमिज़ाज विधायक को निष्कासन अवधि से पहले ही माफ करके पार्टी में ले लिया, जिसके बाद लगातार समय-समय पर इनके दबंगई के मामले वीडियो/ऑडियो के जरिए मीडिया में आते रहे हैं। लगता है बीजेपी ने गुंडागर्दी करने का इन्हें लाईसेंस दे रखा है। इनके पुराने कारनामे अभी भी जनता नहीं भूली थी कि अब इनका दबंगई का एक नया वीडियो वायरल हो रहा, जिसमें ये अपने ही यहां काम करने वाले कर्मचारियों के साथ दबंगई दिखा रहे हैं। मामला इनके द्वारा अपने ही लोगों के साथ दबंगई करने का है, जिसमें ये अपने ही यहां 20 सालों से काम कर रहे कर्मचारी के घर को जबरन कब्जा करवाते हुए उस कर्मचारी के घर में ताले लगवा देते हैं। जोन सचिव दुष्यंत महारथी ने कहा कि वायरल हो रहे इस वीडियो में पीड़ित कर्मचारी रो-रो कर अपनी पीडा सुना रहा है कि, प्रणव चैंपियन ने उनके घर में ताले लगवा दिए। अब वो अपने परिवार को लेकर आखिर कहां जांए। क्या ऐसा होता है कि जनप्रतिनिधि किसी के भी घर ताले लगवाए ओर उन्हें घर छोड़ने पर विवश कर दे। वहीं विधायक अपनी दलील दे रहे हैं कि, इस कर्मचारी ने उनके फाईनेंस के काले धंधे में करोंडो की हेराफेरी की। आप प्रवक्ता ने कहा कि विधायक को पहले तो ये बताना चाहिए, उनके पास इस करोड़ों की कमाई का जरिया क्या है, कितनी हेराफेरी हुई है। अगर ऐसा कुछ था तो विधायक को ये हक़ किसने दिया कि वो किसी के घर पर जबरन कब्जा करके उनको घर से बाहर निकाल दे वो भी परिवार के साथ। यदि उन पर करोडो रुपये के लेनदेन का काला कारोबार है, तो इनकम टैक्स विभाग ने अभी तक उनके खिलाफ कार्यवाही क्यों नही की। आप प्रवक्ता ने कहा, अगर इस मामले में सरकार ने विधायक के खिलाफ कडी कार्रवाई नहीं की, तो आप पार्टी पूरे प्रदेश में इस बडबोले विधायक के खिलाफ आंदोलन करेगी। आप पार्टी ये मांग करती है कि सरकार पीडित को उसका घर प्रणव चैंपियन से मुक्त करवा कर दे और उसे फौरन पुलिस सुरक्षा दी जाए क्योंकि प्रणव चैपियन उस पीडित पर हमला भी करवा सकता है।