हरिद्वार। प्राथमिक स्वास्थ्य केंन्द्र मुंडलाना के चिकित्सक डा. राजपाल सिंह की सेवाएं हमेशा के लिए समाप्त कर दी गई हैं। चिकित्सक पर फर्जी मेडिकल बनाने का आरोप था।
बता दें कि डा. राजपाल सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मंगलौर में रहते हुए परवेज आलम पुत्र वहीद निवासी शिवदासपुर ऊर्फ तेलीवाला की पत्नी का फर्जी मेडिकल बाया था। परवेज आलम 2016 में आईआईटी रूड़की में एकटेक करने के बाद आईआईटी रूड़की से पीएचडी कर रहा था। परवेज व उसके भाई जोवद आलम ने डा. राजपाल सिंह की शिकायत स्वास्थय विभाग व पुलिस के अधिकारियों से की थी। जिसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी सरोज नैथानी ने विभागीय जांच तथा पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नवनीत भूल्लर ने भी जांच की थी।
विगत 18 अक्टूबर को मुख्य चिकित्सा अधिकारी सरोज नैथानी ने डा. राजपाल सिंह के मेडिकोलीगल कार्य करने पर रोक लगा दी थी। 28 नवम्बर को डा. राजपाल सिंह ने चल रही जांच को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय रोशनाबाद में जावेद आलम को जान से मारने का भी प्रयास किया था। जिसके संबंध में जावेद आलम की तहरीर पर डा. राजपाल सिंह के विरूद्ध थाना सिडकुल, हरिद्वार में मुकद्मा दर्ज कराया गया था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने डा. राजपाल सिंह के खिलाफ फर्जी मेडिकोलीगल की शिकायतों व पुलिस में दर्ज मुकद्मों का संज्ञान लेते हुए डा. राजपाल सिंह की सेवाएं हमेशा के लिए तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी सरोज नैथानी ने बताया कि डा. राजपाल सिंह पर सरकारी सेवा के समय निजी अस्पताल में ड्यूटी करना और दो अस्पताल बिना पंजीकरण चलाए जाने के भी आरोप हैं। बताया कि इस संबंध में डा. राजपाल सिंह के विरूद्ध शीघ्र ही और भी कार्यवाही हो सकती है।