रुड़की। लण्ढौरा क्षेत्र में पुलिस द्वारा एक सूचना पर मैडिकल स्टोर पर छापामार कार्रवाई कर भारी मात्र में प्रतिबंधित दवाईयां बरामद की गई। पुलिस द्वारा मैडिकल संचालक को भी हिरासत में ले लिया गया है। समाचार लिखे जाने तक औषधि निरीक्षक अनीता भारती मौके पर नहीं पहुंची थी। पूरे प्रकरण में औषधि विभाग और पुलिस की कार्यशैली पर बड़े सवालिया निशान उठ रहे हैं। पुलिस द्वारा मैडिकल स्टोर पर छापेमारी के दौरान औषधि विभाग से किसी भी कर्मचारी या अधिकारी को साथ नहीं लिया गया, तो पुलिस किस आधार से प्रतिबंधित दवाइयों की जांच कर सकती है। साथ ही औषधि निरीक्षक हरिद्वार के कार्यक्षेत्र में लगातार नशीली दवाइयों के प्रकरण सामने आ रहे हैं, जिनमें जहां सूचना पर औषधि निरीक्षक हरिद्वार द्वारा कार्यवाही की जा रही है, परंतु इतने मामलों के बावजूद भी औषधि निरीक्षक हरिद्वार अपने नियमित रुप से कोई जांच या निरीक्षण क्षेत्र में नहीं कर रही हैं। औषधि निरीक्षक हरिद्वार किसी भी प्रकार से इस तरह के मामलों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह नाकामयाब साबित हुई हैं। औषधि निरीक्षक हरिद्वार जहां खानपुर क्षेत्र में इतने मामलों पर कार्यवही कर चुकी है, वही उनके क्षेत्र रोशनाबाद एवं रावली महदूद में कुछ चुनिंदा कार्यवाही ही अभी तक हो पाई है। इस स्तर पर देखा जाए तो औषधि निरीक्षक हरिद्वार अपने क्षेत्र में हो रहे दवाईयों की अवैध बिक्री को रोकने में विफल रही हैं। वहीं अगर सूचना तंत्र की माने तो औषधि निरीक्षक रुड़की काफी समय से इस मामले को संज्ञान में लेकर एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश करने की रुपरेखा जुटाने में लगे थे और इस तंत्र के तार उत्तराखंड से लेकर यूपी के सहारनपुर, बरेली जैसे जिलों से भी जुड़ने की आशंका जताई जा रही थी। परंतु पुलिस द्वारा एक सूचना के आधार पर बिना औषधि विभाग को साथ लिये आनन-फानन में इस कार्रवाई को करना, कहीं ना कहीं किसी बड़े षडयंत्र की ओर इशारा कर रहा हैं।