स्कूल स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा को मिलेगा प्रोत्साहन
स्कूल स्तर पर तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा (टीवीईटी) के एकीकरण को बढ़ाने के उद्देश्य से, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के सहयोग से आज जूनियर कौशल चैम्पियनशिप 2021 के पहले संस्करण के शुभारंभ की घोषणा देहरादून में की। यह चैंपियनशिप स्किल इंडिया मिशन के मूल्यों और उद्देश्यों को साझा करती है और राष्ट्र निर्माण के एक हिस्से के रूप में एक उत्पादक और आत्मनिर्भर कार्यबल बनाने के हित में तकनीकी और व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण पर जोर देती है।
एनएसडीसी का इस पहल का उद्देश्य, कम उम्र में देश के युवाओं में कौशल विकास के महत्व के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा करना है। वस्तुतः इस वर्ष आयोजित की जाने वाली चैंपियनशिप, छात्रों को प्रतिभा और रुचियों की पहचान करने और तेजी से बदलती दुनिया के लिए सूचित करियर विकल्प बनाने के अवसर प्रदान करेगी। जूनियर स्किल्स के लिए पंजीकरण आज से 19 फरवरी तक खुला है।
चैंपियनशिप को पूरे भारत में लगभग 21,000 से अधिक सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के माध्यम से बढ़ावा दिया जाएगा। देश भर में छठवीं से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों पर लक्षित, जूनियर कौशल चैम्पियनशिप 2021 भारत के प्रतिभाशाली बच्चों को अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी। साथ ही, यह विश्व स्किल्स प्रतियोगिताओं के लिए एक पाइपलाइन बनाएगी और शिक्षा को उद्योग से संबंधित कौशल के साथ जोड़ेगी। इसके अलावा, चैंपियनशिप अंतर्राष्ट्रीय मानकों और मूल्यांकन मानदंडों को भी आत्मसात करेगी, विश्वस्किल के मानकों के अनुसार शिक्षकों की क्षमता का निर्माण करेगी, छात्रों के बीच रोल मॉडल बनाएगी और युवाओं के लिए कौशल को आकांक्षी बनाएगी। चैंपियनशिप में अगले दो महीनों के दौरान असंख्य गतिविधियां होंगी, जिनमें स्कूलों के लिए कौशल प्रतियोगिताएं, कैरियर परामर्श वेबिनार, डिजिटल सेमिनार और पैनल चर्चा, ऑनलाइन बूट शिविर और शिक्षाविदों की राउंडटेबल कॉन्फ्रेन्स शामिल हैं जो अप्रैल 2021 में होने वाली अंतिम राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए अग्रणी हैं।
चैंपियनशिप चार स्तरों पर स्क्रीनिंग, क्वालीफाइंग, सेमी-फाइनल और फाइनल स्तर पर आयोजित की जाएगी। वर्तमान कोविड स्थिति के बीच, चैम्पियनशिप के पहले तीन स्तरों का आयोजन ऑनलाइन किया जाएगा। इसका समापन दिल्ली में ग्राउंड पर आयोजित किया जाना प्रस्तावित है। प्रतियोगिता के स्तर को आगे तीन समूहों में वर्गीकृत किया जाएगा।
दस प्रकार के कौशल के लिए राष्ट्रीय स्तर की कौशल चैंपियनशिप आयोजित की जाएगी।