रुड़की/संवाददाता
आप पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता महक सिंह सैनी एडवोकेट ने गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी के एक साल होने पर सरकार द्वारा गैरसैंण को कमिश्नरी घोषित करने के फैसले को लेकर आप पार्टी ने सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार गैरसैंण को स्थाई राजधानी के मुद्दे को भटकाकर कमिश्नरी घोषित कर जनता के साथ छलावा कर रही है। अगर सरकार वाकई में गैरसैंण और वहां की जनता का भला चाहती है तो पहले इसे जिला घोषित करें, जिसकी मांग आम आदमी पार्टी भी करती आ रही है।
आप प्रवक्ता ने सरकार के इस फैसले से बढ़ते जनआक्रोश पर कहा कि गैरसैंण मंडल बनाने और उसमंे अल्मोड़ा, बागेश्वर को जोड़ने पर सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया हैं। उन्होंने कहा अल्मोड़ा कुमाऊँ का अभिन्न अंग है। इसको कुमाऊँ से अलग करके भी सरकार ने वहां के लोगों के साथ विश्वास घात किया है। अल्मोड़ा के बगैर कुमाऊँ मंडल की परिकल्पना भी नही की जा सकती। यह हमेशा से कुमाऊँ की संस्कृति का गढ़ रहा है ओर सरकार ने कुमाऊँ के लोगों के साथ साथ यहां की संस्कृति पर भी कुठाराघात किया है। आप प्रवक्ता ने कहा कि सरकार का गैरसैंण को कमिशनरी घोषित करने का फैसला समझ से परे है। आज तक सरकार पौड़ी में स्थाई कमिश्नर नही बैठा पाई तो गैरसैंण कमिश्नरी का फैसला महज छलावे से ज्यादा कुछ साबित नहीं होने वाला है। आप प्रवक्ता एडवोकेट महक सिंह सैनी ने कहा कि सरकार को एक साल से ज्यादा का समय गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किए हो गया, लेकिन यहां सरकार अभी तक प्रशासनिक अमले को नहीं बैठा पाई जबकि सरकार को पहले यहां के इलाकों में प्रशासनिक अधिकारियों को बैठाकर इसे जिले बनाकर इसकी शुरुवात करनी चाहिए थी लेकिन सरकार के इस फैसले से पूरा प्रदेश हैरान है और इस फैसले की कड़ी आलोचना कर रही है।