हरिद्वार। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी प्रज्ञानानंद गिरि महाराज ने कहाकि वे निरंजनी की आचार्य पीठ पर होने वाले पट्टाभिषेक समारोह के खिलाफ कोर्ट जाएंगे। वे इस पीठ के आचार्य थे, है। और रहेंगे। पीठ को किसी भी कीमत पर बिकने नहीं दिया जाएगा। इसी के साथ उन्होंने प्रयागराज स्थित बड़े हनुमान जी मंदिर में हुई आशीष गिरि की आत्महत्या मामले में भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहाकि आशीष गिरि ने आत्महत्या की या उसकी हत्या की गयी इसका खुलासा भी 14 जनवरी को प्रेस के समक्ष करेंगे।
सप्तऋषि आश्रम में पत्रकारों से रविवार को वार्ता करते हुए आचार्य स्वामी प्रज्ञानानंद गिरि महाराज ने कहाकि निरंजनी अखाड़े की आचार्य पीठ पर शरंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज, निर्वाण पीठाधीश्वर स्वामी विशोकानंद महाराज, आनन्द पीठाधीश्वर स्वामी बालकानंद गिरि महाराज समेत सभी अखाड़ों के संतों की उपस्थिति में काशी में आचार्य गद्दी पर उनका अभिषेक हुआ था। न तो उन्होंने पद से त्यागपत्र दिया है और न ही वे पद छोड़ेंगे। वे किसी भी कीमत पर पद आचार्य गद्दी को बिकने नहीं देंगे। उन्होंने कहाकि कक्षा 10 पास व्यक्ति जो सपा का नेता रह चुका है। तथा भूमाफिया है, वह आचार्य गद्दी पर कैसे बैठ सकता है। उन्होंने कहाकि वे 14 जनवरी को होने वाले पट्टाभिषेक समारोह के खिलाफ कोर्ट के साथ संतों की अदालत में भी जाएंगे। उन्होंने कहाकि जिन संतों की मौजूदगी में पट्टाभिषेक किया गया था दूसरे व्यक्ति का पट्टाभिषेक कर उन संतांे का भी अपमान करने का कार्य किया जा रहा है।
स्वामी प्रज्ञानानंद गिरि महाराज ने प्रयागराज स्थित बड़े हुनमान जी मंदिर में विगत वर्ष स्वामी आशीष गिरि द्वारा की गयी आत्महत्या मामले पर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहाकि आशीष गिरि ने आत्महत्या की या उसको आत्महत्या के लिए प्रेरित किया गया इसका खुलासा व मीडिया के समक्ष 14 जनवरी को करेंगे। इसके साथ ही स्वामी रसानंद महाराज की मारैत के मामले में भी खुलासा किया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि आशीष गिरि के आत्महत्या करने से पूर्व की काॅल डिटेल को लेकर बड़ा खुलासा किए जाने की संभावना है।