ऋषिकेश। सांई मंदिर से चांदी के करीब 13 लाख के आभूषण चोरी कर फरार हुए अर्न्तराज्यीय गैंग के 3 शातिर अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अभियुक्तों में से एक गैंग का लीडर है, जिस पर डेढ़ दर्जन से ज्यादा मुकदमें दर्ज है। गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया जहा से तीनों को जेल भेज दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक थाना मुनि की रेती पर ग्राम भांगला निवासी मदन लाल गैरोला पुत्र स्वर्गीय राम प्रसाद गैरोला ने भांगला स्थित साई मंदिर में चोरी के मामले में तहरीर देते हुए बताया कि 5-6 मार्च की रात में अज्ञात लोगों ने मंदिर से चांदी का सिंहासन, छत्र व अन्य आभूषण चोरी कर लिए। मामले में पुलिस ने तहरीर दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू की। चूंकि जिस जगह मन्दिर है वहा कई किलोमीटर दूर तक भी कोई सीसीटीवी कैमरे नहीं है,जिसके चलते मामले के खुलासे के लिए पुलिस को कड़ी मेहनत करनी पड़ी।
घटना के खुलासे के लिए गठित पुलिस टीम ने मन्दिर के आसपास गांव के स्थानीय लोगो से घटना से पूर्व आने जाने वाले लोगो के बारे मे जानकारी की, तो एक मोटरसाईकिल पर तीन संदिग्ध सिख वेशधारी लोग साई मंदिर भांगला की तरफ जाते दिखाई दिये। जिस पर पुलिस ने संदिग्धों की तलाश में करीब 50 सीसीटीवी कैमरो को चैक किया। कैमरे में नजर आये संदिग्ध व्यक्तियो की तलाश में पुलिस ने जब गुरूद्वारा ऋषिकेश में पूछताछ की और वहा लगे सीसीटीवी फुटेज चैक की, तो वहीं तीनों संदिग्ध पुलिस को गुरूद्वारा ऋषिकेश मे घूमते दिखाई दिय़े। जिनके बारे मे जानकारी करने पर एक संदिग्ध का नाम कुलवन्त सिंह उर्फ राजू पुत्र बलवन्त सिंह नि0 फतेहगंज थाना गदरपुर जिला उधमसिंह नगर उत्तराखण्ड हाल निवासी दिल्ली प्रकाश मे आय़ा। जिसके बाद पुलिस ने मुखबिर की मदद से कुलवन्त सिंह उर्फ राजू व उसके गैंग के दो अन्य साथियों अवतार सिहं पुत्र सरजीत सिहं (47 वर्ष) निवासी- ख्याला दिल्ली व त्रिलोक सिंह उर्फ शोले पुत्र तीरथ सिंह (31 वर्ष) निवासी- लतीपुर थाना हस्तिनापुर जिला मेरठ उत्तर प्रदेश हाल निवासी थाना निहाल विहार दिल्ली को बिजली घर, गूलर के पास से मय चोरी के सामान के गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया जहा से तीनों को जेल भेज दिया गया है।
बड़ा शातिर है हिस्ट्रीशीटर कुलवन्त सिंह
पकड़ा गया गैंग लीडर कुलवंत सिंह गैंग बनाकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। इससे पूर्व वह गूगल व यूटयूब पर विभिन्न राज्यों के मंदिरों को सर्च करता हैं,फिर उनकी रैकी कर मंदिर में लगे आभूषणों के बारे में सारी जानकारी लेकर चोरी की घटना को अंजाम देता था। उसने पूर्व में भी अपने गैंग की मदद से देहरादून स्थित प्रतिष्ठित साईं मंदिर, कोटद्वार में सिद्धबली मंदिर के अलावा हरियाणा व उत्तर प्रदेश के मन्दिरों व गुरूद्वारो में चोरी की घटना को अंजाम दिया है। उस पर करीब 18 अपराधिक मुकदमें दर्ज है। इसके साथ ही वह थाना गदरपुर उधमसिंहनगर का हिस्ट्रीशीटर है।