*कुछ का मौके पर किया निस्तारण।
गणेश वैद (बद्रीविशाlल ब्यूरो)
हरिद्वार। सुशासन सप्ताह के अंतर्गत प्रशासन गाँव की ओर कार्यक्रम में लक्सर पहुंचे जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने क्षेत्रवासियों की समस्यायों एवं उनकी मांगों को सुना। इस दौरान कुछ समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण भी किया गया।
शनिवार को लक्सर क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय महेश्वरी में आयोजित बहुददेशीय शिविर में जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने क्षेत्रवासियों की पेयजल,चकबंदी,अतिक्रमण,विद्युत व सामाजिक सुरक्षा पेंशन जैसी 36 समस्याएं सुनी,जिनमें 7 समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण किया गया जबकि अन्य समस्याओं के समाधान के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
इस दौरान दम ने कहा कि क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को एसडीएम तहसील स्तर पर ही सुलझाए इसके लिए उन्हें मुख्यालय ना आना पड़े। शिविर में नदारद रहने पर अधिशासी अभियंता विद्युत,जिला आबकारी अधिकारी व चकबंदी अधिकारी का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया।
शिविर में गाँव के लोगों ने अवैध शराब बिक्री और चोरी की बढ़ती घटनाओं के बारे में बताया। जिस पर जिलाधिकारी ने सख़्ती से कार्यवाही करने के पुलिस विभाग को निर्देश दिए। इसके साथ ही गांव के लोगों ने जल जीवन मिशन के कार्य में लापरवाही की शिकायत भी की,बताया कि पानी खराब आता है। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन कार्य की जाँच करने व इसकी रिपोर्ट प्राथमिकता से उपलब्ध कराने के निर्देश अधिशासी अभियंता जल संस्थान को दिए।
चारागाह भूमि पर कब्ज़ा सम्बन्धी शिकायत पर जिलाधिकारी ने फसल को नीलाम करते हुए धनराशि को राजकोष में जमा कर जमीन को कब्ज़ा मुक्त कराने तथा सरकारी परिसपत्तियाँ चिन्हित करने के निर्देश दिए। कहा कि ग्राम सभा के खुले प्रस्ताव पर ही कृषि भूमि आवंटित की जाएगी,भूमि आवंटन हेतु विधिवत प्रस्ताव दिया जाए और प्रस्ताव में भूमिहीनों,अनुसूचित जाति के व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाए। इस दौरान कुछ लोगों ने सामाजिक सुरक्षा व विकलांग पेंशन सम्बन्धी शिकायत भी की। जिसके निराकरण के जिलाधिकारी ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए।
शिविर में ग्राम प्रधान ,सीएमओ डॉ.आरके सिंह,डीडीओ वेदप्रकाश, एसडीएम गौरव असवाल,जिला पूर्ती अधिकारी तेजबल सिंह,जिला पंचायतराज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह,जिला समाज कल्याण अधिकारी टीआर मलेठा आदि उपस्थित थे।