रुड़की/संवाददाता
जिस प्रकार देशभर की पुलिस जान जोखिम में डालकर कोरोना से लड़ रही है, वहीं दूसरी ओर असामाजिक तत्वों से ऐसे में यदि कोरोना वीरों पर ही कोई आफत आ जाये, तो देश की जनता उनके प्रति अपनी सहानुभूति प्रदान कर एक होने का पूरा समर्थन कर डालती है। लॉक डाउन के समय ऐसी ही एक घटना पंजाब में घटित हुई, जिसने देशभर के पुलिस कर्मियों को सकते में ला खड़ा कर दिया था। इस घटना में निहंगों से झड़प में जिस पुलिस अफसर की कलाई कटी थी, आज उसी पुलिस अफसर के समर्थन में पंजाब पुलिस के डीजीपी समेत सभी पुलिस कर्मियों ने उन्हीं के नाम का बैज लगाकर उनकी होंसलाफ़जाई की। पंजाब पुलिस की इस मुहिम का समर्थन उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने भी बैज लगाकर किया। इसके बाद तमाम पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी हरजीत सिंह के नाम का बैज लगाया। ज्ञात रहे कि 12 अप्रैल को पटियाला में हरजीत सिंह पर निहंगों द्वारा धारदार हथियार से हमला कर उनकी कलई काट दी थी। घटना के बाद घायल को तत्काल पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आपरेशन कर हरजीत सिंह की कलई जोड़ने में कामयाबी हासिल की। सोमवार को उत्तराखंड पुलिस के हर जवान ने “में वी हां हरजीत सिंह” नारा लगाया। इस दौरान उत्तराखंड पुलिस के हर जवान के सीने पर हरजीत सिंह नाम का ही बैज लगा नजर आया। उत्तराखंड पुलिस का हर जवान एसआई हरजीत सिंह को अनूठे ढंग से सलाम कर रहा है। इसी क्रम में एसएसपी हरिद्वार डी सैंथिल अवुदई कृष्ण राज एस व गंगनहर कोतवाल राजेश साह व एसएसआई देवराज शर्मा ने भी पुलिस जवानों के साथ हरजीत सिंह का बैज लगाकर उन्हें सम्मान दिया।
बताया गया है कि फिलहाल हरजीत सिंह पीजीआई चंडीगढ़ में ही भर्ती है। ड्यूटी पर एएसआई हरजीत सिंह का समर्पण और बहादुरी देखते हुए पंजाब की अमरिंदर सिंह सरकार ने उनका प्रमोशन करते हुए उन्हें एसआई बना दिया। सीएम अमरिंदर सिंह ने स्वयं हरजीत सिंह से वार्ता की ओर कहा कि सच में आप बहुत बहादुर हो। अब सभी पुलिस कर्मी अपनी वर्दी पर हरजीत सिंह का बैज लगाकर उनकी बहादुरी को सलाम कर रहा है। वहीं देशभर में मिल रहे इस सम्मान से हरजीत सिंह भी बेहद खुश है। चिकित्सकों का कहना है कि उनकी हालत में लगातार सुधार हो रहा है।