नरेंद्र गिरी खुलकर स्वामी चिन्मयानंद के पक्ष में आए हरि गिरि ने कन्नी काटी
हरिद्वार (बद्री विशाल)। कुंभ मेले के कार्य को लेकर आज अखाड़ा परिषद की अहम बैठक आयोजित की गई जिसमें सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक की अध्यक्षता अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी द्वारा की गई। बैठक में कुंभ के कार्यों में धीमी गति से चलने को लेकर चिंता जाहिर की गई। कुंभ के कार्य को लेकर सभी तेरह अखाड़ों द्वारा प्रस्ताव पास किया गया कि 2020 से पहले कुंभ के तमाम कार्यों को सरकार पूरा करें। वहीं जनवरी में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और महामंत्री का कार्यकाल खत्म होना था। आज इस बैठक में सभी तेरह अखाड़ों की सर्वसम्मति से अध्यक्ष महामंत्री का कार्यकाल 5 साल के लिए और बढ़ा दिया गया। राफेल विमान की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा पूजा किए जाने का अखाड़ा परिषद ने समर्थन किया और कहा जो इसका विरोध कर रहे हैं उनका सत्यानाश होना निश्चित है। वहीं बीजेपी के पूर्व गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के समर्थन में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी खुलकर सामने आ गए हैं। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने स्वामी चिन्मयानंद को किसी साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी का कहना है कि हम स्वामी चिन्मयानंद के समर्थन में है। उनके साथ अन्याय हो रहा है। जो लड़की उनको ब्लैकमेल कर रही थी वह जेल में है। लड़की को और भी कड़ा दंड मिलना चाहिए। जो लड़की के साथ तीन लड़के थे उन पर भी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। स्वामी चिन्मयानंद को तत्काल रिहा कर देना चाहिए। क्योंकि उनके साथ धोखा हुआ है। हम स्वामी चिन्मयानंद के साथ खड़े हैं। देश में ऐसे कई गिरोह चल रहे हैं जो संतों को बदनाम कर रहे हैं। हम इन गिरोह से अब डरेंगे नहीं हम इनके साथ लडऩे के लिए तैयार हैं।
परिषद के अध्यक्ष खुलकर स्वामी चिन्मयानंद के समर्थन में खड़े हो गए हैं। वहीं अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरी गिरी देश में एक ऐसे गिरोह की बात तो कर रहे जो संतों राजनेताओं और प्रतिष्ठित लोगों को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। मगर हरि गिरि ने खुलकर स्वामी चिन्मयानंद का समर्थन नहीं किया। अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि का कहना है कि स्वामी चिन्मयानंद महानिर्वाणी अखाड़े से आते हैं और उनके अखाड़े द्वारा इस विषय को हमारे सामने नहीं रखा गया है। देश में एक ऐसा क्यों काम कर रहा है जो संतो राजनेताओं और कई प्रतिष्ठित लोगों को बदनाम करने की साजिश कर रहा है। अगर स्वामी चिन्मयानंद दोषी पाए गए तो कार्रवाई की जा सकती है। मगर इसकी पूरी जांच के बाद सत्यता सामने आएगी कहीं ऐसा ना हो कोई उनको फंसा रहा हो इस पर भी जांच की जाएगी।
आज कुंभ मेले को लेकर अखाड़ा परिषद की एक अहम बैठक आयोजित की गई जिसमें कुंभ कार्यों को लेकर तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई और 2020 से पहले तमाम कुंभ के कार्य पूरे किए जाए इसको लेकर प्रस्ताव भी पास किया गया। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी का कहना है कि आज की बैठक में कई प्रस्ताव पास किए गए हैं। कुंभ मेले से पहले हाईवे का काम पूरा किया जाना चाहिए। क्योंकि अब समय बहुत कम रह गया है और लगता नहीं है कि कुंभ से पहले हाईवे का कार्य पूरा हो पाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आश्वासन दिया है कि कुंभ मेले से पहले हाईवे का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा कई और कार्य हैं। इन तमाम कार्यों को 2020 तक सरकार इन सभी कार्यों को समाप्त करें। बैठक में एक प्रस्ताव और पास किया गया है कि तीन बैरागी अखाड़े हैं उनको जमीन आवंटन की जाए और जो सुविधाएं सरकार की तरफ से दी जाती है उनको दी जाए। जितनी भी अस्थाई सुविधा है सरकार जल्द से जल्द उनसे पहले मुहैया कराए। जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को भी किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े। 12 तारीख की बैठक में हम यह सारे प्रस्ताव उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को देखें और उनसे मांग करेंगे कि हमारी इस बैठक में जितने भी प्रस्ताव पास किए गए हैं उस पर कार्य शुरू किया जाए। अखाड़ा परिषद के आज चुनाव की संपन्न कराए गए ह।ैं इसमें सभी तेरह अखाड़ों के प्रतिनिधियों ने अध्यक्ष और महामंत्री के पद पर हमें दोबारा चुना है।
राफेल विमान की राजनाथ सिंह द्वारा पूजा करने के बाद कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है इसको लेकर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी का कहना है कि राजनाथ सिंह द्वारा राफेल विमान पर ओम लिखा गया है और ओम से बड़ा कोई शब्द नहीं है। जिस तरह से राजनाथ सिंह ने राफेल विमान की पूजा की है वह स्वागत योग्य है। अखाड़ा परिषद उनको अपना पूरा समर्थन देता है। और जो भी ओम का विरोध कर रहा है उनका सत्यानाश निश्चित है।
अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि का कहना है कि कुंभ मेले में जितने भी कार्य होने हैं उसको सरकार जल्द पूरा कराए। हम आशावादी व्यक्ति है अगर सरकार इन कार्य को पूरा नहीं कराएगी तो हमारे द्वारा सरकार के विरुद्ध खड़े होगें। जब तक सरकार कार्य नहीं कराएगी हम पीछे नहीं हटेंगे। यह अखाड़ों की परंपरा रही है कुंभ कार्य को लेकर मुख्यमंत्री से हमारी कई बार वार्ता हो चुकी है।
स्वामी चिन्मयानंद मामले पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने खुलकर स्वामी चिन्मयानंद का समर्थन किया है। तो वहीं अखाड़ा परिषद के महामंत्री ने इस मामले में जांच की बात कही है। कहीं ना कहीं अखाड़ा परिषद भी स्वामी चिन्मयानंद मामले पर दो भाग में बंटता नजर आ रहा है। क्योंकि अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि ने साफ कहा है कि इस मामले में उनके अखाड़े द्वारा अखाड़ा परिषद से कोई वार्ता नहीं की गई है। यह मामला कोर्ट में चल रहा है तो वही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने इस मामले पर स्वामी चिन्मयानंद को रिहा करने की बात कही। और जिस लड़की द्वारा उनको फसाया गया है उस पर कार्रवाई करने की बात कही है।