हरिद्वार। रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर युवकों को ठगने वाले रेलवे के फर्जी टिकट कलेक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने खुद को टिकट कलेक्टर बताकर ज्वालापुर के दो युवकों से साढ़े आठ लाख की ठगी की थी। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
बता दें कि ज्वालापुर शास्त्रीनगर निवाी शुकर पुत्र श्याम सिंह ने वर्ष 2019 में पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि उसने व उसके दोस्त आशीष को नौकरी की तलाश थी। इसी दौरान कनखल विष्णुलोक कालोनी निवासी ऋषभ पुत्र रतन जो श्याम का दोस्त था मुलाकात हुई। ऋषभ ने अपने मामा के रेलवे में डीआरएम होने की बात कही। इतना हीं नहीं उसने स्वयं को रेलवे में टिकट कलेक्टर बताया। ऋषभ ने बताया कि उसकी नौकरी उसकेे मामा के द्वारा लगायी गयी है। ऋषभ की बात सुनकर दोनों दोस्त उसके झांसे में आ गए और वर्ष 2019 में नौकरी लगवाने की एवज में उसके खाते में साढ़े आठ लाख रुपये दिए। शंकर को ठगी का एहसास तब हुआ जब उसे पता चला की ऋषभ की कोई नौकरी नहीं है। जिसके बाद शंकर ने ऋषभ के खिलाफ ठगी की तहरीर दी। पुलिस ने रविवार को ऋषभ को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है।