हरिद्वार। श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा के ब्रहमलीन महंत महेश मुनि की अस्थियां शुक्रवार को कनखल सती घाट में वैदिक रिति रिवाज के साथ गंगा में विसर्जित की गईं। अस्थियों को विसर्जित करने से पूर्व अस्थि कलश को बैंडबाजों के साथ शोभायात्रा के रूप में गांधी रोड़ स्थित प्राचीन श्री चन्द्र मंदिर से मुख्य मार्गांे से होते हुए सतीघाट तक लाया गया। श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा की कुरूक्षेत्र हरियाणा शाखा के ब्रह्मलीन महंत महेश मुनि के ब्रह्मलीन होने पर श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़े के मुखिया महंत भगतराम महाराज ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ब्रह्मलीन महंत महेश मुनि महाराज एक तपस्वी संत थे। जिन्होंने सदा गरीब, असहाय लोगों की मदद की ओर संत समाज का गौरव बढ़ाया। अखाड़े के मुख्य सचिव जगतार मुनि ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत महेश मुनि का असमय जाना अखाड़े व संत समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। इस अवसर अखाड़े के महामण्डलेश्वर सुरेन्द्र मुनि महाराज, उप सचिव महंत त्रिवेणीदास, कोठारी वेद मुनि महाराज, कारोबारी रामशरण दास महाराज, निर्मल अखाड़े के कोठारी महंत जसविन्द्र सिंह शास्त्री, महंत अमनदीप सिंह, ब्रह्मलीन संत के शिष्य नरायण मुनि, सुनील शर्मा सहित शहर के कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।