स्वामी प्रज्ञानानंद के करीब आशीष गिरि की आडियो क्लिप पहुंचने के साथ ही आशीष गिरि की मौत के रहस्य का पर्दाफाश होगा। कई सनसनीखेज खुलासे होगे। जिसके बाद संत समाज के हलकों में हड़कंप मच जायेगा। आखिरकार आशीष गिरि के आत्महत्या के कारणों का भी खुलासा होगा।
श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के आचार्य पद पर स्वामी कैलाशांनद गिरि के पट्टाभिषेक हो जाने के बाद भी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पद के विवादों में होने के बाबजूद स्वामी कैलाशानंद गिरि का पटटाभिषेक हुआ। इसी आचार्य पद पर आसीन स्वामी प्रज्ञानानंद गिरि महाराज का कहना है कि वे अखाड़े के आचार्य थे, हैं और रहेंगे। इसी के साथ अब आचार्य स्वामी प्रज्ञानानंद गिरि महाराज अखाडे के निर्णय को लेकर कोर्ट जाने की तैयारी कर चुके हैं। स्वामी प्रज्ञाानानंद गिरि महाराज का कहना है कि उन्होंने कोर्ट जाने में विलम्ब इसलिए किया की वे पुख्ता सबूत हासिल कर कोर्ट जाना चाहते थे। जिससे कोर्ट में उन्हें किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
आचार्य स्वामी प्रज्ञानानंद गिरि महाराज का कहना है कि सभी अखाड़ों के संतों की उपस्थिति व जगद्गुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के सारस्वत सानिध्य में अखाड़े ने उन्हें काशी में वर्ष 2019 में आचार्य बनाया था। बिना किसी कारण के उन्होंने इस गरिमामयी पद पर स्वामी कैलाशानंद को बनाने का दावा कर दिया। उन्होंने कहा कि जैसा की वह पहले भी कह चुके हैं की प्रयागराज स्थित बड़े हनुमान जी मंदिर में स्वामी आशीष गिरि की आत्महत्या मामले में वह बड़ा खुलासा करेंगे। बताया कि आशीष गिरि की मृत्यु से पूर्व मोबाइल पर हुई वार्ता की वीडियो क्लीपिंग तक वह पहुंच गए हैं। शीघ्र ही इसको लेकर वे कोर्ट जायेंगे। जहां यह साबित होगा की आशीष गिरि ने आत्महत्या की या उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा किे सनातन धर्म का हृास किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जो सनातन धर्म का चोला धारण कर उसे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें बेनकाब किया जाएगा।