हरिद्वार। अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद उत्तराखण्ड के प्रदेश पदाधिकारियों ने कनखल स्थित शंकराचार्य मठ पहुंच कर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती का माल्यार्पण एवं चिरंजीवी भगवान परशुराम जी का चित्र भेंट कर द्वारा स्वागत किया। इस मौके पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वतीने कहा कि अपने मूल्यों, मान्यताओं, परंपराओं और ब्राह्मणत्व को सहेज कर अलग-अलग समूहों में बिखरे पड़े ब्राह्मणों को एक मंच पर लाना होगा। क्योंकि सामूहिकता में ही शक्ति होती है, और शक्ति से ही पहचान और मान्यता मिलती है। इसलिए ब्राह्मणों को संगठित होकर अपनी बुद्धि, विवेक और कौशल का संपूर्ण समाज को एहसास कराना होगा। क्योंकि ब्राह्मण रहेगा तभी हमारे शास्त्र बचेंगे और शास्त्र बचेंगे तभी संस्कृति एवं समाज बचेगा। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि आप लोग इस दिशा में अच्छा कार्य कर रहे हैं, इसलिए निश्चित ही अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे।
इस अवसर पर परिषद के प्रदेश अध्यक्ष मनोज गौतम, प्रदेश संयोजक बालकृष्ण शास्त्री, डॉ. अरविन्द नारायण मिश्र प्रदेश अध्यक्ष शिक्षा प्रकोष्ठ, डॉ. रजनी कान्त शुक्ल मार्गदर्शक, डॉ. बृजेश सती प्रदेश मीडिया प्रभारी, सुरेश सेमवाल प्रदेश संगठन मंत्री, डॉ. बी.एम. गौड, नितेश बौडाई सहित प्रदेश पदाधिकारी मौजूद रहे।