रुड़की/संवाददाता
नारसन विकास खण्ड के मखदूमपुर में पशु चिकित्सा विभाग की ओर से विकास खण्ड स्तरीय पशु प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विजय प्रधान व संचालन डॉ. सत्यप्रकाश ने किया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए विधायक धर्मपत्नि वैजयंती माला ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम अधिक से अधिक होने चाहिए ताकि किसानों और पशु पालकों में पशुपालन को लेकर जागरूकता बढ़ सके। क्योंकि आज पशुओं को लेकर पशु पालक हीनता का भाव महसूस कर रहा हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार पशु पालकों के हितों को ध्यान में रखते हुए अनेक योजनाएं चला रही हैं। इस मौके पर बोलते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य किसानों में पशुओं के प्रति रुझान बढ़ाना ओर उनकी अच्छी देखरेख करना हैं। साथ ही कहा कि सरकार पशु पालकों की हर समस्या का निदान करने का प्रयास कर रही हैं। इसीलिए उत्तराखण्ड में रहने वाले सभी पशुओं का ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन कराया गया हैं ताकि किसी भी पशु की पहचान आसानी की जा सके। इस दौरान पशु चिकित्साधिकारी रुड़की डॉ. उमेश चन्द्र भट्ट ने प्रदर्शनी में आये सभी किसानों का हृदय से आभार व्यक्त किया और बताया कि इस प्रदर्शनी में 100 से अधिक पशु लाये गये। जिनमें पशुओं की 7 श्रेणियां रखी गई और इस श्रेणी में आये पशुपालकों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सर्वोत्तम पशु का पुरस्कार अमित कुमार लखनौता की शंकर नस्ल वाली गाय को मिला। इससे पूर्व सभी अतिथियों का पफूल-मालाओं से स्वागत किया गया। कार्यक्रम में पहंुचे सभी लोगों का डॉ. उमेश चन्द्र भट्ट ने आभार जताया। इस मौके पर बोलते हुए विजय प्रधान ने कहा कि पशु पालन विभाग की ओर से किया गया यह कार्यक्रम बेहद सराहनीय हैं, इस प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर होने चाहिए, ताकि किसानों में पशु पालने की प्रवृत्ति तेज हो सके। इस मौके पर डॉ. मुकेश गौड, डॉ., जसप्रीत, डॉ. कमलकांत यादव, मुकेश कुमार, पशु प्रसार अधिकारी, आनंद कुमार, मो. इकराम, कर्णपाल, मोहन पंवार, ओमवीर सिंह, डॉ. सतेन्द्र मित्तल, नरेन्द्र कुमार, प्रमोद कुमार, सुंदर सिंह, साहब सिंह, भंवर सिंह, मोहम्मद शहबान आदि मौजूद रहे।