हरिद्वार। तब्लीगी जमात के लोगों द्वारा इलाज कर रहे चिकित्सकों के साथ दुर्व्यवहार किए जाने की अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पीपा पीठाधश्वर बाबा बलराम दास हठयोगी ने निंदा की है।
प्रेस को जारी बयान में बाबा हठयोगी ने कहाकि चिकित्सक भगवान का दूसरा रूप है। देश में कोरोना को लेकर जो हालात बने हुए हैं उन हालातों के बीच लोगों का उपचार करना परमात्मा की सबसे बड़ी भक्ति है। ऐसे में तब्लीगी जमात के लोगों द्वारा एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सकों के साथ दुर्व्यवहार करना जहां मानवता के खिलाफ है वहीं ऐसे लोगों ने अपनी तालिबानी सोच का उजागर कर दिया है। उन्होंने कहाकि ऐसे संकट में धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करना और देश में कोरोना फैलान इनकी सोची समझी साजिश का हिस्सा हो सकता है। कहाकि सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहाकि जो लोग संकट की इस घड़ी में लोगों की जाने बचाने वाले चिकित्सकों के साथ ऐसा व्यवहार कर रहे है। भगवान इसकी सजा उन्हें अवश्य देगा। कहाकि कोरोना के लक्षण दिखायी देने पर व्यक्ति को स्वंय चिकित्स के पास जाना चाहिए, किन्तु कोरोना की पुष्टि होने व लक्षण दिखायी देने के बाद भी उपचार न करवाना देश में कोरोना को फैलाने का कृत्य है। उन्होंने कहाकि ऐसे लोगों को नजरबंद कर देना चाहिए या फिर देश निकाला देना उचित होगा। उन्होंने सभी से अफवाहों पर ध्यान न देने, अफवाह फैलाने से बचने और सरकार द्वारा दिए जा रहे दिशा निर्देशों का पालने करने की सभी से अपील की। उन्होंने कहाकि यदि हम सभी अपने घरों में रहे और निर्देशों को पालन करें तो कोरोना को शीघ्र हरा पाने मंे कामयाब होंगे।