हरिद्वार। अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता बाबा बलराम दास हठयोगी ने चीन के विश्वासघात पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए चीन को कड़ज्ञ सबक सिखाने की भारत सरकार और आमजन से चीनी वस्तुओं का वहिष्कार करने की मांग की है।
बाबा हठयोगी ने कहाकि निहत्थे 20 सैनिकों को धोखे से मारना चीन का घिनौना कृत्य है। सरकार को इसका बदला लेते हुए चीन को करारा सबक सिखाना चाहिए। बाबा ने कहाकि देश की जनता को चाहिए की वह चीनी वस्तुओं का वहिष्कार कर स्वेदशी को अपनाए, जिससे चीन की आर्थिकी को नुकसान होगा और स्वदेशी को बल मिलेगा। कहाकि भारत अब 1962 वाला भारत नहीं है। भारत की सेना किसी भी दुश्मन देश से लोहा लेने के लिए तैयार है। कहाकि भारत की सेना विश्व की श्रेष्ठ सेनाओं में से एक है। जबकि चीनी सेना भारत के समक्ष कहीं भी नहीं ठहरती। कहाकि धोखा देना चीन की फितरत है। ऐसे में भारत को उसकी इस फितरत का माकूल जवाब देना होगा। हमें अपने शहीदांे के खून को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। कहाकि देश को यदि जरूरत पड़ती है तो देश को संत समाज सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मोर्चे पर लड़ने के लिए भी तैयार है। कहाकि भारत न्याय प्रिय देश है। भारत ने कभी किसी के साथ छल नहीं किया। कहा कि जहां धर्म होता है वहां विजय निश्चित होती है। ऐसे में यदि युद्ध हुआ तो भारत की जीत निश्चित है। उन्हांेने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए चीनी वस्तुओं के पूर्ण वहिष्कार का संकल्प लेने की आमजन से अपील की। कहाकि यदि हम चीनी वस्तुओं का वहिष्कार करते हैं तो यह शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।