हरिद्वार। श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर म.म.स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज द्वारा संकलित अति दुर्लभ स्त्रोत्र संग्रह शक्तिस्तवनम् का विमोचन प्रदेश की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने किया। पुस्तक में अति प्राचीन स्तुति मंत्रों का संकलन किया गया है। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, आचार्य बालकृष्ण, स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज व सभी अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर विमोचन समारोह का शुभारंभ किया। श्री दक्षिण काली मंदिर में आयोजित पुस्तक विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि श्री दक्षिण काली मंदिर जैसे शक्ति स्थल पर शक्ति उपासना को समर्पित पुस्तक का विमाचन करना अपने आप में गौरवमयी क्षण है। पुस्तक से समाज को नई दिशा मिलेगी। शक्ति आराधना को समर्पित पुस्तक समाज से बुराईयों को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। अति प्राचीन मंत्रों का पुस्तक में संकलन कर महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने भारत की ऋषि परम्परा को आगे बढ़ाया है। संतों ने हमेशा ही समाज का मार्गदर्शन किया है। अति उपयोगी पुस्तक के प्रचार प्रसार को आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण महाराज ने कहा कि स्वामी कैलाशानंद शक्ति को संचित कर संसार को बांट रहे हैं। शक्ति आराधना के प्राचीन मंत्रों से सुसज्तित पुस्तक बेहद अद्भूत है। पुस्तक के माध्यम से अपने जीवन को उन्नत बनाएं। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि संत महापुरूषों ने राष्ट्र की एकता अखण्डता बनाए रखने में सदैव अहम भूमिका निभायी है। स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज द्वारा संकलित देवी उपासना के प्राचीन व दुर्लभ मंत्रों से युक्त पुस्तक निश्चित ही सबके लिए कल्याणकारी सिद्ध होगी। महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि भगवती की कृपा से महाभारत कालीन मंत्रों को संकलित करने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि पाण्डव कालीन मंत्रों का पुस्तक में संकलन करने में उन्हें कई लोगों का सहयोग प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि हिन्दी व अंग्रेजी अनुवाद के साथ पुस्तक का द्वितीय संस्करण शीघ्र ही प्रकाशित किया जाएगा। पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि हजारों वर्ष पूर्व ऋषि मुनियों द्वारा रचित मंत्रों का पुस्तक में संकलन कर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी ने समाज को एक दुर्लभ व दिव्य ग्रंथ प्रदान किया है। स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने कहा कि हिन्दू संस्कृति के उत्थान में स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी का विशेष योगदान है। यूपी के गन्ना मंत्री सुरेश पासी ने भी पुस्तक प्रकाशन के लिए स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी की प्रशंसा करते हुए पुस्तक को समाज के लिए अति उपयेागी बताया। इसके पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज के सानिध्य में मां दक्षिण काली की पूजा अर्चना कर देश व प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर महर्षि व्यासानन्द, विधायक संजय गुप्ता, विशाल राठौर, ममता राकेश, देशराज कर्णवाल, आदेश चौहान, मेयर अनिता शर्मा, राज्यमंत्री सुशील चौहान, आशीष शर्मा, स्वामी प्रेमानन्द, महंत रूपेंद्र प्रकाश, श्रीमहंत साधनानंद, कोठारी महंत जसविन्दर सिंह, महंत प्रबोधानंद गिरी, स्वामी सत्यव्रतानन्द, शिवालिकनगर नगर पालिका चेयरमैन राजीव शर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ब्रजरानी, डा.राजेंद्र पाराशर, डा. संध्या शर्मा, आचार्य पवनदत्त मिश्र, राधेराधे बाबा, पंडित प्रमोद पाण्डे, अंकुश शुक्ला, अनुज दुबे आदि सहित देश विदेश से आए सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।