हरिद्वार। शुक्रवार को उत्तराखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। बंशीधर भगत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भ्रष्टाचार के मामले में हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगाने के बाद कांग्रेस चारों खाने चित हो गई है। हरिद्वार में विधायकों की नाराजगी पर बंशीधर भगत ने कहा कि विधायक जितना चाहता है उतना कोई सरकार पूरा नहीं कर सकती। एक विधायक अपने क्षेत्र का विकास तो करना चाहता है, लेकिन काम तो बजट के आधार पर ही होते हैं। वहीं हरक सिंह रावत की नाराजगी के सवाल पर बंशीधर भगत ने कहा कि हरक सिंह रावत की सरकार से कोई नाराजगी नहीं है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर लगाए गए आरोप सत्य से परे और निराधार हैं। यह विरोधियों द्वारा रचा गया षड्यंत्र है। जिसके द्वारा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में जो निर्णय दिया है उससे कांग्रेस और कांग्रेसी चारों खाने चित हो गये हैं। बंशीधर भगत ने कहा कि जल्द ही सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी आएगा, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
बीजेपी सरकार में विधायकों की नाराजगी को लेकर प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि हर कोई विधायक अपने क्षेत्र का विकास करना चाहता है। मगर विकास कार्य बजट के आधार पर होते हैं। उन्होंने कहा क्षेत्र में लोकप्रियता केवल कार्यों से नहीं होती। पूर्व मुख्यमंत्री और स्व. पंडित नारायण दत्त तिवारी जब काशीपुर से विधायक थे, तब वे कहते थे कि काशीपुर को स्विजरलैंड बना देंगे। मगर वहीं से वह चुनाव हार गए थे। उन्होंने कहा विधायक को जनता के दिल में जगह बनानी चाहिए। उसके दुःख-सुख में खड़े रहने से ही विधायक की लोकप्रियता बनती है। उन्होंने कहा हम सभी विधायकों की परफॉर्मेंस देखेंगे। मुख्यमंत्री से अपनी पीड़ा को लेकर विधायकों के मिलने पर बंशीधर भगत का कहना है कि विधायकों का अधिकार है कि मुख्यमंत्री से मिले। मुख्यमंत्री ने उनकी बात भी सुनी होगी और जो भी गलत हो रहा होगा उसको ठीक भी किया होगा। हरक सिंह रावत को लेकर प्रदेश में गरमाई सियासत पर बंशीधर भगत ने कहा कि दल बदलने से किसी भी नेता का स्थान नहीं बनता, बल्कि घट जाता है। दल बदलना अच्छी बात नहीं है। मैंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि मजबूती से अपनी पार्टी के साथ खड़े रहें।