भगवानपुर/संवाददाता
भगवानपुर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर ट्यूबवेल के पास पंडित ढाबे के सामने लूट की योजना बनाते हुए चार आरोपियों को धर दबोचा। पुलिस ने उनके कब्जे से अवैध हथियार भी बरामद किए। पुलिस ने सभी का चालान कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने भगवानपुर थाने में घटना का खुलासा करते हुए बताया किशुक्रवार की सुबह भगवानपुर पुलिस को सूचना मिली की पंडित ढाबे के सामने ट्यूबवेल के पास युवक लूट की योजना बना रहे हैं। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और 4 लोगों को संदिग्ध देखते हुए दबोच लिया। पुलिस पूछताछ में उन्होंने अपना नाम अरविंद पुत्र सुमेर चंद निवासी गली नंबर 6 सुमन नगर थाना रानीपुर, रजनीश पुत्र नेत्रपाल निवासी ग्राम ददनाले थाना नकुड जिला सहारनपुर, जॉनी उर्फ गोलू पुत्र महेन्द्र निवासी ग्राम सरठेडी थाना भगवानपुर व प्रवीण पुत्र बृजेश निवासी उपरोक्त बताया। पुलिस ने उनके कब्जे से अवैध तमंचे भी बरामद किए। गिरफ्तार आरोपियों में अरविंद ने बताया कि वह सुमन नगर में रहता है और 4 माह पहले ही वह धनोरी चौकी से चरस के मामले में जेल गया था। जहां उसकी मुलाकात जॉनी व प्रवीण तथा रजनीश से हुई। जमानत कराने में उस पर कर्जा हो गया था, तो मैं जेल से 10-12 दिन पहले ही छूटकर आया हूं। हम लोगों ने जेल से छूटकर योजना बनाई कि किसी ज्वेलर्स के यहां लूट की घटना को अंजाम देते हैं जिससे पैसा भी आ जाएगा और हम कर्ज मुक्त भी हो जाएंगे। बताया की उनका बहादराबाद कस्बे में काली माता मंदिर के निकट स्थित सीताराम ज्वेलर्स के यहां आना-जाना रहता था। उसी की दुकान सबसे ज्यादा चलती है और सोना चांदी भी दुकान में बहुत रहता है। योजना के अनुसार हमें एक ओर बाइक की जरूरत थी। इसके लिए उन्होंने 3 जून को घर जाते समय सीडी डीलक्स बाइक चोरी की थी। आज हम ज्वेलर्स को लूटने की योजना बना रहे थे, तभी पकड़े गए। पुलिस ने उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया। इस उपलब्धि के लिए एसएसपी हरिद्वार ने पुलिस टीम को ₹2500 का नकद इनाम दिया। टीम में थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल, एसआई प्रवीण रावत, एसआई संत सिंह, दरोगा शहजाद अली, कॉन्स्टेबल कुलबीर सिंह, सुधीर, विनोद कुंडलियां,संजय रावत, अजीत तोमर व चालक लाल सिंह के अलावा एसओजी निरीक्षक एनके बचकोटी, हैड कांस्टेबल देवेन्द्र भारती, अशोक, महिपाल, जाकिर हुसैन आदि मौजूद रहे।