हरिद्वार। देवभूमि भैरव वाहिनी ने हरिद्वार में अवैध मांस व गौवंश कटान को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन किया। देवभूमि भैरव वाहिनी के नेता चरणजीत पाहवा ने कहा कि हाई कोर्ट के आदेशकि बिना स्लॉटर हाउस के जानवर काटना व बेचना गैरकानूनी है बावजूद इसके अवैध कटान व बिक्री की जा रही है।
उन्होंने कहाकि हरिद्वार विश्व का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल है। इसके बावजूद यहां अवैध मांस की बिक्री खुलेआम हो रही है। उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट से निवेदन किया है कि कुंभ नगरी हरिद्वार से अवैध मांस की बिक्री पर अति शीघ्र कार्रवाई करते हुए हाईकोर्ट के आदेशों का पालन किया जाए और धर्म नगरी हरिद्वार में अवैध रूप से मांस की बिक्री पर रोक लगाई जाए। बताया कि ज्वालापुर की खून से भरी नालियां पतित पावनी मां गंगा के चरणों में जाती हैं, जिससे हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। कुंभ क्षेत्र होने के बावजूद भी इस पर रोक नहीं लगाई जा रही है। जबकि जिला प्रशासन द्वारा रुड़की, मंगलौर में इस पर सख्ती से पालन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि 2007 तक नगर पालिका में सिर्फ 12 मांस की दुकानें थी जिसमें चार बंद थी, लेकिन वर्तमान में ज्वालापुर क्षेत्र में 120 मांस की दुकानें घनी आबादी में खुल गई हैं जिस पर रोक लगाई जानी आवश्यक है।