रुड़की। आप प्रदेश प्रवक्ता महक सिंह सैनी एडवोकेट ने पत्रकार वार्ता के दौरान किसान आंदोलन और किसानों को बदनाम करने की साजिश के पीछे बीजेपी का हाथ बताया। इनके लोग चाहे दिल्ली में लालकिला हो, गाजीपुर बॉर्डर हो या मुज्जफरनगर हो, हर जगह किसानों को बदनाम करने के लिए उनके बीच शामिल होकर इस आंदोलन को कुचलने के साथ-साथ किसानों को बदनाम करने के प्रयासों में लगातार लगे हैं। जिसमें चाहे लाल किले पर हमला हो या गाजीपुर में उग्र प्रदर्शन सभी जगह बीजेपी के लोग दिखाई दे रहे है। पिछले दिनों मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए ऐसी कई तस्वीरें बार-बार सामने आ रही है, जिसमें बीजेपी कार्यकर्ता किसानों के बीच हर जगह किसान बनकर भीड़ में शामिल हुए।
आप नेता नरेंद्र चौधरी ने कहा कि लाल किले पर हमले में बीजेपी के लोग शामिल थे। सिंघु बॉर्डर पर भी बीजेपी के लोग शामिल थे। जिससे साफ पता चलता है कि इस आंदोलन को कुचलने के पीछे बीजेपी की साजिश है। आप नेता जितेंद्र मालिक ने कहा कि बीजेपी शुरू से किसानों के खिलाफ लाए तीनों कृषि कानूनों को जबरदस्ती लागू कर किसानों को सड़कों पर लाने की साजिश में लगे थे। उसके बाद किसानों को बरगलाने के लिए बीजेपी के कई नेता मैदान में उतर कर कृषि कानूनों के पक्ष और किसानों के खिलाफ अनर्गल ब्यानबाजी पर उतर आए थे। यहां तक बीजेपी के कई नेताओं ने इन किसानों को उग्रवादी खालिस्तानी तक कहने में कोई गुरेज नहीं की। आप नेता दुष्यंत महारथी ने कहा बीजेपी हमेशा से किसान विरोधी रही है। ये किसानों को महज अपने वोट बैंक के लिए यूज करती है इनको किसानों के हित से कोई सरोकार नहीं जबकि आम आदमी पार्टी शुरू से किसानों के हित की बात करती रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के डिप्टी सीएम किसानों के बीच पहंुचे, जबकि बीजेपी का कोई नेता, प्रधानमंत्री, मंत्री किसानों की सुध लेने नहीं पहुंचा। इस दौरान आप नेताओं ने आंदोलन में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए उनके प्रयासों को पूरा करने की बात कही।