दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/संवाददाता
प्रदेश की भाजपा सरकार अपने कथन सबका साथ सबका विकास के नारे पर बिल्कुल खरी नहीं उतर रही है और प्रदेश में विकास के नाम पर सिर्फ ढिंढोरा पीटा जा रहा है जोकि भाजपा सरकार और संगठन दोनों की ही नाकामी को दर्शाता है।
उक्त विचार कांग्रेस विधायक ममता राकेश, फुरकान अहमद व काजी निजामुद्दीन ने दिल्ली रोड स्थित एक होटल में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के आह्वान पर बुलाई गई पत्रकार वार्ता में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि एक और भाजपा सरकार 3 साल का कार्यकाल पूरा होने पर जश्न मना रही है और करोड़ों रुपए खर्च कर रही है जबकि प्रदेश व देश कोरोना वायरस से जूझ रहा है। इसके लिए सरकार के पास कोई बंदोबस्त नही है। साथ ही कहा कि प्रदेश सरकार विकास से कोसों दूर है, आज उसी के सापेक्ष्य में 14 बिंदुओं पर प्रदेश भर में जनता को उन्होंने पत्रकारों के माध्यम से अवगत कराते हुए कहा कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। खेती करने वाले किसानों की दशा बेहद खराब है, युवा बेरोजगारी से जूझ रहा है, जनता पर महंगाई की मार व लोकायुक्त आदि मुद्दों पर आवाज उठाने का काम उन्होंने विधानसभा सत्र में किया लेकिन प्रदेश सरकार गूंगी ओर बहरी है, उसे कुछ सुनाई नही देता। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने पदोन्नति पर आरक्षण में जो फैसला दिया हैं उसका समाधान निकालने में भी भाजपा सरकार नाकाम रही। साथ ही कहा कि जीरो टोलरेंस का नारा देने वाली भाजपा सरकार में 3 साल बाद भी लोकायुक्त का गठन नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि आज तक भगवानपुर विधानसभा में मेडिकल कॉलेज, जो पूर्व सरकार ने पास किया था उसके लिए बजट जारी तक नहीं करा सकी। साथ ही राजकीय आदर्श विद्यालय का भवन निर्माण भी नही हो पाया। जबकि कांग्रेस विधायक लगातार विधानसभा में जनसमस्याएं उठाते आये है। भगवानपुर तहसील भवन का निर्माण भी अधर में लटका हुआ है। वहीं विधायक फुरकान अहमद ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस सरकार में मेडिकल कॉलेजों के लिए बजट पारित कराया था लेकिन भाजपा सरकार उसे जारी करने में आनाकानी कर रही है। कुल मिलाकर बात यह है कि भाजपा सरकार विकास की बात सिर्फ मुंह से बोलती है जबकि काग्रेस धरातल पर करने में विश्वास रखती है। एक सवाल के जवाब में विधायको ने कहा कि वह संगठन के फेरबदल को लेकर दिल्ली नही गए थे।