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रुद्रप्रयाग। मूसलाधार बारिश के चलते द्वितीय केदार मदमहेश्वर यात्रा के आधार शिविर बनातोली में मोरखंडा नदी पर बना लकड़ी का अस्थायी पुल नदी की तेज धाराओं में समा गया है। जिससे मदमहेश्वर धाम में 100 तीर्थ यात्रियों सहित स्थानीय व्यापारी फंस गये।
केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के अनुसार मदमहेश्वर घाटी में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से मोरखंडा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। अभी तक 51 लोगों का रेस्क्यू हो गया है। जिसमें 27 यूपी, 8 दिल्ली, दो आंध्र प्रदेश, एक-एक तेलांगना और गुजरात के यात्रियों के अलावा 12 स्थानीय और उत्तराखंड के अन्य हिस्सों के यात्रियों का सफल रेस्क्यू हो गया है। अन्य पात्रियों का रेस्क्यू भी लगातार जारी है, जो जल्द ही पूर्ण हो जाएगा।
बीती रात्रि को मोरखंडा नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि होने से लकड़ी का अस्थायी पुल मोरखंडा नदी की तेज धाराओं में समाने से तीर्थ यात्रियों व ग्रामीणों की आवाजाही पूर्णतया ठप हो गयी है। प्रधान गौण्डार बीर सिंह पंवार ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा शासन- प्रशासन से ट्राली लगाने की मांग की जा रही थी, लेकिन आज तक ट्राली नहीं लगाई गई है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मनोज कुमार भट्ट ने बताया कि बनातोली में अस्थायी पुल बहने की सूचना प्राप्त हुई है। शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था के माध्यम से मदमहेश्वर धाम के लिए आवाजाही सुचारू करनी की सामूहिक पहल की जाएगी।
अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने बताया कि सुबह घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी के निर्देशन में एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस बल सहित जिला प्रशासन की टीमों को मौके पर रवाना किया गया।