बारह प्रकार के होतें हैं श्राद्धः मिश्रपुरी
हरिद्वार। श्रद्धया इदं श्राद्धम् अर्थात जो श्रद्र्धा से किया जाय, वह श्राद्ध है। पितृांे के निमित्त, उनकी आत्मा की तृप्ति के लिए श्रद्धापूर्वक जो अर्पित किया जाए उसे श्राद्ध कहा गया है।भारतीय प्राच विद्या सोसाइटी, कनखल के ज्योतिषाचार्य प्रतीक मिश्रपुरी के मुताबिक प्रायः लोग सोचते है की श्राद्ध सिर्फ इन्हीं 15 दिनों में होते हैं। […]
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