देव संस्कृति हमारी परंपरा का अंग: मोहन भागवत
परिवर्तन सुनिश्चित है सावधान हो लें: डॉ. चिन्मय हरिद्वार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि विविधता में एकता हमारी परंपरा का अंग हैै। मनुष्य मात्र को अपनी लघु चेतना को विकसित करना चाहिए, जिससे वे विविधता में एकता को समझ सकें और अपना सकें। वे देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में जी-20 की थीम […]
Continue Reading