हरिद्वार। गंगा स्नान के लिए हरिद्वार आया छत्तीसगढ़ निवासी एक परिवार लॉकडाउन होने के बाद से ही भूपतवाला स्थित बाबा अमीर गिरी धाम आश्रम में रह रहा है। प्रवासी मजदूरों व पर्यटकों को वापस उनके घर भेजे जाने के केंद्र सरकार के निर्णय के बाद परिवार को उम्मीद बंधी थी कि वह भी अपने राज्य पहुंच जाएंगे। लेकिन घर वापसी के लिए जारी किए गए नियमों के चलते वे वापस नहीं लौट पा रहे हैं। बाबा अमीर गिरी धाम के परमाध्यक्ष श्रीमहंत विनोद गिरी महाराज ने बताया कि छत्तीसगढ़ निवासी हरिप्रकाश व उमाशंकर पाण्डे परिवार को वापस भेजने के लिए जब प्रशासन से संपर्क किया गया तो बताया कि नियमों के अनुसार एक गाड़ी में केवल दो व्यक्ति ही जा सकते हैं। परिवार के पांच सदस्यों को वापस छत्तीसगढ़ जाने के लिए तीन गाडि़यां करनी होंगी। जिसमें लाखों का खर्च आ रहा है। जिसे परिवार वहन करने की स्थिति में नहीं है। उत्तराखण्ड से ट्रेनों का संचालन भी नहीं हो रहा है। ना ही छत्तीसगढ़ के लिए बसें भेजी जा रही हैं। ऐसे में परिवार के लिए वापस अपने घर जाना बड़ी समस्या बन गया है। श्रीमहंत विनोद गिरी महाराज ने बताया पिछले दो महीने से पूरा परिवार आश्रम में रह रहा है। उनके पास जो पैसे थे वह भी खत्म हो गए हैं। ऐसे में उनके खाने पीने का पूरा प्रबंध भी आश्रम की ओर से ही किया जा रहा है। लॉकडाउन का तीसरा चरण लागू होने पर प्रवासी मजूदरों व पर्यटकों को उनके घर भेजे जाने का ऐलान सरकार ने किया है। लेकिन कठिन नियमों के चलते छत्तीसगढ़ निवासी परिवार की घर वापसी की उम्मीदें एक बार फिर टूट रही हैं। जिससे उनमें निराशा का भाव उत्पन्न हो रहा है। श्रीमहंत विनोद गिरी महाराज ने कहा कि केंद्र व उत्तराखण्ड सरकार को लोगों की परेशानियों को देखते हुए नियमों में शिथिलता प्रदान करनी चाहिए। जिससे कि बाहरी राज्यों में फंसे कमजोर आर्थिक स्थिति के लोग व गरीब मजदूर आसानी से अपने घर पहुंच सकें। प्रशासन को सभी की स्क्रीनिंग कर एक गाड़ी में जाने की अनुमति देनी चाहिए।