हरिद्वार। हर की पैड़ी से शहर कोतवाली तक आए दिन लगने वाले जाम ने धर्मनगरी की सूरत बिगाड़ कर रख दी। इसमें शहर कोतवाली पुलिस का बहुत बड़ा योगदान है। जहां हर तरफ फैले अतिक्रमण व बहुतायत संख्या में जीरो जोन में घूम रहे ई रिक्शा, दोनों ओर बड़ी-बड़ी ठेकियां लटकाए बाईक सवार दूधिए और बिना स्त्यापन घूम रहे रेडी ठेलियों पर शहर कोतवाली पुलिस का कोई नियंत्रण नहीं। पुलिस की इस कार्यशैली ने ना सिर्फ इस क्षेत्र में जाम की स्थिति पैदा हुई बल्कि रेलवे स्टेशन,बस अड्डे तक पैदल चलने वालों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
इनमें सबसे ज्यादा बुरी स्थिति मनसा देवी मार्ग (गली रामप्रसाद) पर देखने को मिलती है, जहां दोनों ओर से आने वाले यात्रियों की भारी भीड़ के चलते लोकल दोपहिया वाहन घंटों तक फंसे रह जाते हैं। इस स्थान पर कोई पुलिसकर्मी भी नहीं दिखाई देता। यदि कोई हो भी तो वह केवल मूकदर्शक की भूमिका में नजर आता है। इसके अलावा बिना सत्यापन के अनगिनत बाहरी लोग इस क्षेत्र में रेडी लेकर बेरोकटोक घूम रहे हैं। मगर शहर कोतवाली की पुलिस सिर्फ कोतवाली तक ही सीमित है। मजे की बात तो यह है कि कोतवाली के बाहर बेरीकेट लगा है इसके बावजूद चौपहिया वाहन, लोडर, रेडीं व बड़ी संख्या में रिक्शा इस क्षेत्र (जीरो जोन) में घुस जाते हैं, जिनसे इस क्षेत्र में विकट जाम की स्थिति पैदा होती है। मगर मजाल है कि पुलिस पिकट से कोई इन्हंे रोक दें।
फोन तक नहीं उठती महिला कोतवाल
नगर कोतवाली में तैनात महिला दरोगा से अगर कोई कांटेक्ट किया जाए तो या तो वह फोन उठता नहीं अगर फोन उठ भी जाए तो कोई एसआई या अन्य कर्मचारी ही फोन पर बात करता है, जिसे सम्बन्धित बात की जानकारी नहीं होती और आखिर में वह यह कह कर फोन रख देता है कि मैडम सर है नहीं या बिजी है।
निगम की गाड़ी से भी हो रही परेशानी
हर की पैड़ी से अपर रोड तक लगने वाले भारी जाम से होने वाली परेशानी को निगम की कूड़ा उठाने वाली ट्रैक्टर ट्राली या दूसरे बड़े वाहन भी बढ़ा रहे है। भीमगोड़ा से हर की पैड़ी होते हुए पूरे अपर रोड का कूड़ा उठाने के लिए निगम के जिन वाहनों को रात्रि अथवा अलसुबह कूड़ा उठाने चाहिए वह दिन निकलने के बाद सड़कों पर निकलते है जिससे पूरे क्षेत्र में भारी जाम की स्थिति पैदा हो रही है। इस पर ना तो निगम प्रशासन और ना ही कोतवाली पुलिस का कोई नियंत्रण है।