हरिद्वार। देहरादून में आयुर्वेदिक छात्रों के आंदोलन को कांग्रेस ने समर्थन दिया है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रकाश जोशी ने कहा है कि निजी आयुष कॉलेज और शासन की सांठगांठ से सभी नियमों को ताक पर रखकर निजी कॉलेजों ने फीस में तीन गुना वृद्धि की है। कांग्रेस विरोध कर रहे छात्रों के साथ है।
प्रकाश जोशी ने सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार मंत्रियों के दबाव में काम कर रही है और फीस को बढ़ाया गया है। मंत्रियों और बाबा रामदेव का आयुर्वेदिक कालेज होने के कारण सरकार फीस वृद्धि में हठधर्मिता दिखा रही है। जबकि हाईकोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने के बाद भी सरकार कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं कर रही है। प्रकाश जोशी ने रविवार को प्रेस क्लब सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के 13 निजी विद्यालयों में एक कॉलेज केन्द्रीय मंत्री और दूसरा हरक सिंह रावत का है, जबकि अन्य कॉलेज शिक्षा माफिया के हैं। बाबा रामदेव का कालेज भी इनमें शामिल है। कहाकि शासन और कॉलेज मालिकों द्वारा साठगांठ कर आयुर्वेदिक पढ़ाई के फीस में इजाफा किया गया है। जोशी ने कहा कि प्रदेश के गरीब छात्र पहले 80 हजार रुपए प्रतिवर्ष फीस देकर आयुर्वेद की पढ़ाई करते थे, लेकिन अब फीस बढ़ाकर 2 लाख 15 हजार प्रति वर्ष कर दी गई है, जो छात्रों के परिवार पर भारी पड़ रही है। कहाकि तीन वर्ष की पढ़ाई पूरी कर चुके छात्रों से भी नए सत्र के मुताबिक बढ़ी हुई फीस ली जा रही है। ऐसे में छात्रों का आंदोलन करना जायज है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट द्वारा निजी कॉलेज द्वारा बढ़ाई गई फीस पर रोक लगाए जाने के बाद भी निजी कॉलेज बढ़ाई हुई फीस को ले रहे हैं। हाईकोर्ट ने सरकार को निर्देशित भी किया था कि बढ़ी फीस पर रोक लगाई जाए। इसके बाद भी सरकार हाईकोर्ट के आदेशों का पालन नहीं कर रही है। ऐसे में उत्तराखंड पहला ऐसा प्रदेश है जो हाईकोर्ट के आदेशों का पालन तक नहीं कर रहा है। उन्होंने जल्द फीस वृद्धि वापस लेने की मांग की है। कहाकि जब तक सरकार फीस वृद्धि को वापस नहीं लेती उनका आंदोलन जारी रहेगा। प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व राज्य मंत्री डा. संजय पालीवाल, पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार, मुरली मनोहर, पुरूषोत्तम शर्मा, संजय शर्मा, अंजू द्विवेदी, अनिल चैधरी, दीपक जखमोला, राजीव चैधरी समेत कई कांग्रेसी नेता मौजूद थे।