रुड़की/संवाददाता
कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग रुड़की (कोर) ने 23 वर्ष पूर्ण होने पर एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित कर स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीबीआरआई के निदेशक डॉ. एन० गोपाल कृष्णन रहे। यह कार्यक्रम महानिदेशक कोर प्रो. ( डॉ.) एसपी गुप्ता व निदेशक डॉ. बी०एम० सिंह के सफल निर्देशन में आयोजित हुआ।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डॉ एन0 गोपाल कृष्णन एवं विशिष्ट अतिथि संस्थान के अध्यक्ष जे.सी. जैन, उपाध्यक्षा सुनिता जैन, सुभाष जैन, श्रेयांश जैन, चारु जैन ट्रस्टीगण कोर, महानिदेशक कोर प्रो. (डॉ.) एसपी गुप्ता, निदेशक डॉ. बीएम सिंह एवं संस्थान के अन्य अधिकारियों ने दीप प्रज्वलन कर किया। अध्यक्ष जेसी जैन ने अतिथियों का स्वागत किया और सीबीआरआई के निदेशक के कार्यक्रम में शिरकत करने पर हर्ष जताया। उन्होंने कोर की स्थापना पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज हम और हमारा देश बहुत सी समस्याओं से जूझ रहा है। ऐसे हालातों में तकनीकी शिक्षा, छात्रों एवं शिक्षकों की जिम्मेदारी और गहरी हो जाती है, जिससे देश पुनः प्रगति एवं संवृद्धि के मार्ग पर अग्रसर हो सके। प्रो. एस.पी. गुप्ता, महानिदेशक कोर ने कॉलेज की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिसमें आधुनिक परिवहन के लिए लिटर हैंडलिंग सिस्टम कोर मोउन, स्वचालित पुल और आइओटी बिग डेटा और क्लाउड कम्यूटिंग आधारित परियोजनाए स्वचालित स्केच पेन फिलिंग स्टेशन आदि पर हो रहे विकास को विस्तार से बताया।
संस्थान में 10, 15 व 20 साल की सेवा पूरी कर चुके शिक्षको व कर्मचारियों को सम्मानित
किया गया। जिनमें 20 वर्ष पूरा होने पर डीन छात्र कल्याण डॉ वीके सिंह एवं कर्मचारी रवि कुमार, 15 वर्ष पर निदेशक डॉ. बी.एम. सिंह, डीन एडमिशन एण्ड हैड आईटी डॉ.
देवेन्द्र कुमार, असिस्टेन्ट प्रोफेसर डॉ. मोहित एवं कर्मचारी विजय पाल, आलोक सिंह रावत, विनिता सरकार रहे। 10 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर डॉ सुधीर गौड़, डॉ. दीप
गुप्ता, डॉ. सुम्मीया प्रवीन, डॉ. अरूणा तोमर एवं कर्मचारी जसबीर सिंह, प्रनिता शर्मा, अमित कुमार शामिल रहे। कार्यक्रम को मुख्य अतिथि डॉ एन0 गोपाल कृष्णन ने 23वें स्थापना दिवस की सभी छात्रों, कर्मचारियों, शिक्षकों एवं प्रबन्ध समिति को बधाई दी और कहा कि कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग रुड़की की
पहचान उत्तराखण्ड के मानचित्र पर ही नही अपितु इसकी पहचान भारत के मानचित्र पर भी अलग है। उन्होंने कोविड-19 के बाद भारत में तकनिकी शिक्षा के और विकास पर बल देते हुए कहा कि तकनिकी शिक्षा में उच्च गुणवत्ता के मानकों का पालन करना अत्यन्त आवश्यक है। क्योकि तकनिकी शिक्षा के बल पर ही हमारा देश प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ सकता है। साथ ही छात्रों को अपने सामाजिक और नैतिक मूल्यो को समझना चाहिए। उन्होने कहा कि आज देश परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। ये परिवर्तन ही हमारी संवृद्धि के रास्ते खोलेगा आने वाला समय मेहनती लोगो का होगा और किसी भी समय में कठिन परिश्रम का विकल्प नही रहा है। इसलिए हम मिलकर देश के विकास की दिशा में अपनी ईमानदारी से कठिन परिश्रम के कदम बढाने चाहिए। उच्च शिक्षा के संस्थानों के पास युवाओं के उज्ज्वल भविष्य
का निर्माण करने का उल्लेखनीय एवं महत्वपूर्ण कार्य है। कार्यक्रम के दौरान सोसल डिस्टेसिंग व कोरोना सुरक्षा पर विशेष व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम के अन्त में कोर प्रबन्ध समिति के सचिव सुभाष जैन ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डीन डॉ. डीवी गुप्ता, डॉ. वीके सिंह, डॉ नितीष, अनुराग सिंह, डॉ. अपीमा गर्ग, विपिन जैसवाल, डॉ प्रभात, डॉ गौरव, डॉ वीरा लक्ष्मी, दिव्या मिश्रा, डा दीप गुप्ता समेत सभी कर्मचारी व स्टाफ मौजूद रहा।