दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/संवाददाता
शहर के लोगों को जो नव-नियुक्त मेयर से आशाएं थी, वह धूमिल होने लगी हैं। निगम क्षेत्र में स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम के तहत एक टीम का गठन किया गया हैं, जिसमें महापौर गौरव गोयल के खास लोग शामिल हैं। यह लोग नगर के चौराहों, वार्डो में घर-घर जाकर लोगों के मोबाईल पर ओटीपी भेज रुड़की को स्वच्छता में नम्बर-1 लाने के उद्देश्य से स्वयं वोटिंग करने में लगे हैं। यह लोगों से जबरन नम्बर डलवा रहे हैं, जबकि शहर की स्थिति स्वच्छता में ठीक इसके उलट हैं। कई वार्डो में इतनी गंदगी हैं कि वहां से निकलना भी दुभर हो गया हैं। बुधवार को स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम दुर्गा चौक पहंुची। इस टीम के साथ महापौर गौरव गोयल भी मौजूद रहे। यहां टीम द्वारा लोगों को रोककर उनके मोबाईल पर ओटीपी भेजा गया और स्वयं उनका फोन नम्बर लेकर स्वच्छता सर्वेक्षण में पूरे नम्बर दिये गये, जबकि लोग उनके इस कृत्य से अनभिज्ञ नजर आये। इसकी खबर जब मीडिया को लगी, तो कुछ पत्रकार वहां पहंुच गये, सर्वेक्षण टीम की इस कार्रवाई को लेकर उन्होंने महापौर गौरव गोयल से सवाल दागे और कहा कि नगर की स्वच्छता को लेकर वोटिंग का अधिकार क्षेत्र की जनता को हैं। इस पर मेयर गौरव गोयल ने इस बात को गलत ठहराते हुए वहां से रफूचक्कर हो गये। यह स्थिति एक जगह कही नहीं हैं, यह सर्वेक्षण नगर निगम क्षेत्र के हर वार्ड में चलाया जा रहा हैं। वहां के लोगों का भी यही कहना है कि उनका मोबाईल लेकर स्वयं सर्वेक्षण टीम स्वच्छता पर खुद वोटिंग कर रही हैं, जबकि जगह-जगह गंदगी पसरी पड़ी हैं। लोगों ने जगह-जगह गंदगी को देखकर नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये? साथ ही कहा कि ऐसे सर्वेक्षण का क्या फायदा, जिसमें अनभिज्ञ लोगों के मोबाईल लेकर स्वयं स्वच्छता पर वोटिंग की जाये। जबकि कई वार्ड ऐसे भी हैं, जहां पिछले लम्बे समय से कूड़ा तक नहीं उठाया गया और लोग बीमारियां झेलने को मजबूर हैं।
बहरहाल कुछ भी हो, जो स्थिति शहर की चल रही हैं, ऐसा लगता है कि सिर मुंडाते ही ओले पड़ गये। लोगों का कहना है कि जो उम्मीद मेयर से जताई थी, वह उस पर पहली ही परीक्षा में फैल होते नजर आ रहे हैं।