रुड़की/संवाददाता
हरिद्वार जिला पंचायत की राजनीति में उठापटक लगातार जारी है। दो दिन पूर्व ही एक जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। इसी बीच विपक्ष के चार जिला पंचायत सदस्यों की सदस्यता की जांच पूरी होने तक उन्हें निलंबित कर दिया गया है। पंचायती राज निदेशक हरिचंद्र सेमवाल ने जारी आदेश में बताया कि जिला पंचायत सदस्य अंजुम, सत्तार अहमद, अमरोज व नीलू लगातार तीन से अधिक बोर्ड बैठक में उपस्थित नहीं हुये थे। जो नियम के विरुद्ध है। इस संबंध में इन सदस्यों को 19 जून को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था, जिसमें 4 जुलाई तक जवाब देने को कहा गया था। लेकिन 7 जुलाई को उनकी ओर एक जवाब दिया गया, जिसमें कहा गया है कि जिला पंचायत बोर्ड बैठक के संबंध में उनको जानकारी नहीं दी जाती। इस पर अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत की ओर से रिपोर्ट दी गई कि प्रत्येक बोर्ड बैठक की सूचना प्रत्येक सदस्य को विधिवत दी गई है। इस संबंध में उन्होंने साक्ष्य भी उपलब्ध कराए। इस पर निदेशक हरिचंद्र सेमवाल ने अंतिम जांच पूरी होने तक चारों की सदस्यता को निलंबित कर दिया है।
ज्ञात रहे कि अंजुम पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी है। इस कार्रवाई के बाद से जिला पंचायत की राजनीति फिर गरमा गई है।
कुछ माह का है कार्यकाल
जिला पंचायत का कार्यकाल अब कुछ माह का शेष है। तमाम दावेदारों एवं मौजूदा जिला पंचायत सदस्यों ने आगामी चुनाव को लेकर कमर कस ली है। इसके लिए प्रचार भी शुरू कर दिया है। गांव में जाकर वोट बैंक को साधने में जुट गए हैं।