बद्रीविशाल ब्यूरो
ऋषिकेश। गंगा नदी में बढ़ते जल स्तर को कम करने के लिए बैराज से छोड़े जा रहे पानी के लिए बजने वाले सायरन को आपात स्थिति का संदेश ना समझे। यह संदेश विभाग व ऋषिकेश पुलिस आमजन को दे रही है।
दरअसल गंगा नदी में जल का डिस्चार्ज ज्यादा होने से प्रतिदिन रात 02 बजे से सुबह 06:00 बजे के बीच पशुलोक बैराज से पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके लिए डाउनस्ट्रीम के गेट 03 बार सायरन बजाकर खोले जाते है, जो एक नियमित प्रक्रिया है। लेकिन भारत पाक के बीच चल रहे युद्ध के बीच ऐसे सायरन को नागरिक किसी आपात स्थिति का संदेश ना समझे, इसको लेकर पुलिस प्रशासन लोगों को आगाह कर रहा है। बताया गया कि अगर ऐसी कोई स्थिति का सायरन बजाना होगा तो उसके लिए बाकायदा प्रशासन आमजन को तत्काल सूचित करेगा।