रुड़की। बुग्गावाला क्षेत्र में नत्थू शाह मजार के पास बड़ी संख्या में लोग सरकारी सुविधाओं से महरुम हैं। यह लोग बद् से बद्त्तर जिंदगी जी रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इन्हें दो किमी दूर से पानी लाना पड़ता हैं तथा इनके पास खाने के भी कोई संसाधन नहीं हैं। यहां 10 से 15 परिवार रहते हैं, जिनमें तीन दर्जन से अधिक लोग हैं, यहां बिजली की कोई सुविध नहीं हैं, न ही इनके पास कोई शैचालय बना हुआ हैं और न ही कोई मकान हैं। इनके द्वारा शासन- प्रशासन को कोई बार शिकायत की गई, लेकिन इस ओर किसी ने आज तक कोई ध्यान नहीं दिया। जहां एक ओर मोदी सरकार गरीब लोगों के मकान बनाने के लिए योजनाएं चला रही हैं, वहीं यह लोग झोपड़ी में रहकर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इनके बच्चे भी शिक्षा से वंचित हैं, ऐसे में सरकार के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवालियां निशाना खड़ा होना लाजमी हैं। आखिर ऐसे क्या कारण है कि इन परिवारों की पीड़ा को किसी ने नजदीक से क्यों नहीं देखा। समाजसेवी लोगों ने इस सम्बन्ध में डीएम व सीएम से शिकायत कर इन परिवारों को बुनियादी सुविधाएं दिलाये जाने की मांग की, ताकि यह लोग मुख्य धारा से जुड़ सके।