हरिद्वार। देवसंस्कृति विवि के पत्रकारिता विभाग के छात्र गौतम अंगिरा का भारतीय छात्र संसद के रूप में चयनित हुआ। खेल व युवा मंत्रालय-भारत सरकार, यूनेस्को चेयर ऑफ ह्यूमन राइट्स एवं एमआईटी पूणे के सयुंक्त तत्वावधान में विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित प्रतियोगिता में सफल होने पर हुआ। इस प्रतियोगिता में भारत एवं नीदरलैण्ड के दौ सौ से अधिक विश्वविद्यालयों के कई हजार विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया था। तीन चरणों की प्रतियोगिता के बाद इनमें से भारत एवं नीदरलैण्ड के 29 छात्रों का चयन छात्र संसद नेता वक्ता के रूप में हुआ। छात्र गौतम अंगिरा का चयन न केवल देसंविवि वरन् देवभूमि उत्तराखण्ड के लिए भी गौरव की बात है।
विवि लौटने पर बुधवार को गौतम ने प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या से भेंटकर अपने अनुभव साझा किया। प्रतिकुलपति ने उन्हें उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। गौतम ने बताया कि इसके लिए तीन चरणों में परीक्षा हुई। अंतिम चरण में विज्ञान भवन, नई दिल्ली में ‘भारत के सात दशकों का दर्पण’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता हुई। जिसमें भारत एवं नीदरलैण्ड के एम्स्टर्डम विवि के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
गौतम अंगिरा का चयन होने पर विश्व शांति विश्वविद्यालय पुणे के संस्थापक निदेशक प्रो. विश्वनाथ डी कराड, मणिपुर के शिक्षा मंत्री थोकचोम राधेश्याम सिंह ने नई दिल्ली में स्मृति चिह्न, प्रमाण पत्र एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान आदि ने भी संबोधित किया।