हरिद्वार। इस दुनिया से रुकसत होने के बाद भी नन्ही अभिप्रेरिता की आंखों से दो लोग इस दुनिया की देखेंगे। हरिद्वार निवासी 11 वर्षीय अभिप्रेरिता की इच्छानुसार उसके पिता ने उसकी मृत्यु के पश्चात उसकी आंखो को दान किया।
भेल के शिवालिक नगर स्थित दधीची देहदान समिति द्वारा मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र निवासी दीपेश चन्द्र प्रसाद की 11 वर्षीय नन्ही बेटी अभिप्रेरिता की बीते कल निधन हो गया था। जिसके पश्चात अभिप्रेरिता के पिता ने दधीचि देहदान समिति के कार्य से प्रेरित होकर अपनी बेटी की आँखें दान करवाने की इच्छा समिति के अध्यक्ष सुभाष चन्द्र चांदना से जाहिर की। जिस पर समिति ने निर्मल आश्रम आई इंस्टिट्यूट, ऋषिकेश को सूचित किया। संस्थान की ओर से टीम डॉ. हिमानी व सोहन सिंह की टीम ने अभिप्रेरिता के घर जाकर कॉर्निया प्राप्त किये।
अभिप्रेरिता के पिता के इस पुनीत व साहसिक कदम से नेत्रदान के जरिये दो लोग इस सुन्दर संसार को देख पाएंगे। निर्मल आश्रम आई इंस्टिट्यूट प्रशासन ने दिवंगत बच्ची के परिवार की नेत्रदान सेवा भावना की प्रशंसा की व कहा कि उनके इस नेक कार्य से समाज में नेत्रदान के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ेगी।
जो दानी अपने नेत्रदान का संकल्प करना चाहते हैं, वह “दधीची देहदान समिति” के उक्त फोन नम्बर पर संपर्क कर सकते हैं।