रुड़की/संवाददाता
भाजयुमो द्वारा आयोजित ‘सैनिक सम्मान’ समारोह में पूर्व सैनिक व उनके परिजन ‘सम्मान’ न मिलने और मंच भाजपा नेताओं के हवाले होने पर कार्यक्रम का बहिष्कार कर बाहर आ गए। यही नहीं भाजपाईयों ने ‘राष्ट्रीय गीत’ का भी अपमान किया।
सोमवार को भाजपा युवा मोर्चा द्वारा दिल्ली रोड़ स्थित एक बैंकट हॉल में ‘सैनिक सम्मान’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ ही पूर्व सैनिक व उनके परिजन भी शामिल हुये, लेकिन इनमें कई पूर्व सैनिक व उनके परिजन सम्मान न मिलने के कारण कार्यक्रम का बहिष्कार कर वापस लौट गये। जिसके बाद कार्यक्रम में असहजता का माहौल बन गया। यही नहीं कार्यक्रम की शुरुआत में छात्राओ द्वारा राष्ट्रीय गीत गाया गया, लेकिन गीत पूरा होने से पहले ही भाजपा जिलाध्यक्ष ने भारत माता की जय का नारा लगा दिया। जिसके बाद छात्राएं कुछ देर के लिए रुक गयी और उन्होंने फिर गीत गाया, लेकिन किसी ने उन ओर कोई ध्यान नही दिया और कार्यक्रम को बदस्तूर जारी कर दिया। जिससे असहज कुछ पूर्व सैनिक कार्यक्रम का बहिष्कार कर वहां से चल दिये।
राज्यसभा सांसद और मेयर समेत तमाम भाजपा नेताओं ने किया ‘राष्ट्रीय गीत’ का अपमान….
कार्यक्रम की शुरुआत में स्कूली छात्राओं द्वारा राष्ट्रीय गीत की प्रस्तुति दी गयी। इस दौरान मंचासीन मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक प्रदीप बत्रा, मेयर गौरव गोयल, जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह चौहान, भाजयुमो जिलाध्यक्ष सचिन चौधरी मंच और गैदरिंग में बैठे सभी लोग कैमरा चलता देख खड़े हो गए, लेकिन राष्ट्रगीत को छात्राएं पूरा कर पाती, इससे पहले ही जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह चौहान ने भारत माता की जय का नारा लगा दिया और सभी लोग बैठ गये, जिससे कुछ समय के लिए असहज हुई छात्राओं ने फिर से राष्ट्रीय गीत शुरू कर दिया, लेकिन फिर सभी लोग बैठे रहे। कुछ समय बाद फिर से सभी लोग खड़े हुए। वहीं राष्ट्रीय गीत के अपमान से नाराज हुए कुछ पूर्व सैनिक कार्यक्रम छोड़ कर चले गए। इस सम्बन्ध में राज्यसभा सांसद से जब मीडिया ने पूछा तो, वह बोले कि सदन या संगठन के कार्यक्रम में राष्ट्रगीत की पहली पंक्ति ही गाई जाती है, इसलिए हम बैठ गए थे लेकिन जब हमें लगा कि छात्राएं पूरा राष्ट्रगीत गा रही है तो हम फिर से खड़े हो गए।
बाद में कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा कि सैनिकों के बलिदान के कारण हम खुली हवा में सांस ले पाते हैं। युवा मोर्चा द्वारा आयोजित किये गये इस सम्मान कार्यक्रम को उन्होंने खूब सराहा। साथ ही केंद्र सरकार की शान में कसीदे पढ़ते ने राज्यसभा सांसद बंसल ने कहा कि भारत ने सर्जिकल और एयर स्ट्राइक की, इससे दुनियां ने भारत के सैनिकों की ताकत को जाना। चीन सेना आज पीछे हटने को मजबूर हुई, तो यह सिर्फ भाजपा सरकार में ही संभव हो सका। चूंकि भाजपा नेे हमेशा अपने सैनिकों का हौंसला बढ़ाया। यही कारण है कि आज भारत की सेना दुश्मन देश में जाकर अपना बदला लेकर आ रही हैं। उन्होंने कहा कि एक वक्त था, जब देश के सैनिक के पास संसाधन और अच्छे हथियार नहीं हुआ करते थे और उनके शहीद होने के बाद भी उनके पार्थिव शवों को सम्मान जनक घर नहीं पहंुचाया जाता था। लेकिन अटल सरकार आने के बाद सम्मान के साथ सैनिकों के पार्थिव शवों को उनके घर तक भिजवाया जाने लगा। बंसल ने कहा कि अन्य राजनीतिक दल केवल चुनाव में ही नजर आते हैं, बाकी हर समय जनता के सुख-दुःख में भाजपा ही ही नजर आती हैं। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह चौहान ने कहा कि सेना ही है, जिसके बलिदान के कारण आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि उनका सम्मान करें और उनका मनोबल बढ़ाएं। कार्यक्रम को भाजयुमो जिलाध्यक्ष्ज्ञ सचिन गुर्जर के साथ ही विधायक प्रदीप बत्रा, मेयर गौरव गोयल, जिला महामंत्री आदेश सैनी समेत अनेक पदाधिकारियों ने संबोधित किया। हालांकि इस समारोह में गैर राजनैतिक पूर्व सैनिक कितने सम्मानित किये गये, यह तो मालूम नहीं हो सका, जबकि ज्यादातर सैनिक भाजपा सैनिक प्रकोष्ठ से जुड़े हुये थे, जिन्हें सम्मान दिया गया। अब सवाल यह है कि क्या भाजयुमो प्रदेश स्तर पर ‘सैनिक सम्मान समारोह’ के सहारे अपनी राजनीतिक गोटियां फिट करने में जुटा हुआ हैं? चूंकि प्रदेशभर में आयोजित हो रहे सैनिक सम्मान समारोह में गिने-चुने ही पूर्व सैनिक पहुँच रहे हैं, जिनका सम्मान भी सिर्फ दिखावे तक ही सीमित रहा, जिसका नमूना सोमवार को आयोजित ‘सैनिक सम्मान’ समारोह में भी देखने को मिला। समारोह में राज्यमंत्री कल्पना सैनी, मंडल अध्यक्ष विकास पाल, सुशील त्यागी, राकेश गिरी, जिलाध्यक्ष प्रदीप पाल, अमन सैनी, संदीप गोयल, प्रतिभा चौहान, विपुल मैंदुली, कविता रावत, अभिमन्यु नंदा, किरन सिंह आदि लोग शामिल रहे।
सैनिक सम्मान समारोह में नहीं पहुंचे दोनों मण्डल अध्यक्ष
भाजपा रुड़की के पूर्वी और पश्चिमी मंडलों अध्यक्षों की अनुपस्थिति ने कार्यक्रम में बैठे लोगों के बीच एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया। माना जा रहा है कि युवा मोर्चा के महामंत्री की वायरल ऑडियो के मामले में कोई कार्रवाई न होने से दोनों पक्ष नाराज हैं। क्योंकिं इस कार्यक्रम से पूर्व सिविल अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में दोनों उपस्थित थे। वहीं इस सम्बंध में जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह चौहान ने कहा कि वह जरूर किसी कार्यक्रम में फंस गए होंगे। वरना आमंत्रित तो सभी को किया गया था। अब इतने अहम कार्यक्रम में शहर के मण्डल अध्यक्षों का न पहुंचना कहीं न कहीं आपसी मनमुटाव को सार्वजनिक कर रहा हैं? जो भाजपा संगठन के लिए बड़ा खतरा भी पैदा कर सकता हैं।