रुड़की/संवाददाता
देर रात रेलवे ट्रैक पर ट्रायल के दौरान हुई 4 युवकों की मौत के बाद सीतापुर गांव के सैकड़ों ग्रामीण शुक्रवार की सुबह रेलवे ट्रैक पर आकर जमा हो गए और रेलवे अधिकारियों की लापरवाही का नारा लगाते हुए धरना शुरू कर दिया। इस धरने को क्षेत्रीय विधायक आदेश चौहान व स्वामी यतिस्वरानंद तथा विधायक संजय गुप्ता ने भी समर्थन दिया और ग्रामीणों के बीच आकर बैठ गए तथा रेलवे विभाग की लापरवाही को लेकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ गए।
ज्ञात रहे कि बृहस्पतिवार को रेलवे लाइन दोहरीकरण के बाद हाई स्पीड ट्रेन का ट्रायल हरिद्वार में किया गया था। ट्रायल के दौरान जमालपुर के पास चार युवकों की ट्रेन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई थी। घटना के बाद पुलिस के आलाधिकारी, जीआरपी व आरपीएफ के अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे थे। ग्रामीणों ने कहा कि यह हादसा रेलवे विभाग की लापरवाही के कारण हुआ है। मृतकों के परिजनों की तहरीर पर ज्वालापुर कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी ने अज्ञात में रेल्वे अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी। कोतवाल ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। वहीं प्रदर्शनकारियों का गुस्सा शांत करने के लिए दिनभर पुलिस और रेलवे के अधिकारी मौके पर डटे रहे, जिसके बाद चार मांगों पर दोनों पक्षों में सहमति बनी। रेलवे ने अपनी ओर से हादसे की जांच करने को मंजूरी दी और इसके बाद मजिस्ट्रियल जांच भी होगी। वहीं पुलिस अपने स्तर से मुकदमे के आधार पर जांच करेगी। उधर घटना को लेकर विधायक आदेश चौहान ने सीएम से वार्ता कर मृतक के परिजनों को दो 2,00,000 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया। साथ ही रेलवे ट्रैक के दोनों ओर तार बाड़ करने का काम भी शुरू कराया और जब तक तारबाड़ नहीं होती, तब तक रेल की स्पीड कम रखी जाएगी। वहीं दूसरी ओर सीतापुर में रेलवे अंडर पास बनाने के लिए भी सर्वे टीम बुलाई गई है। धरने के दौरान रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि उनकी कोई गलती नहीं है। डीआरएम मुरादाबाद ने घटना के दौरान कहा था कि इसमें रेलवे की गलती नही है और उनका ट्रायल सफल रहा।
हादसे से सीतापुर गांव के हर व्यक्ति की आंखों में आंसू है। ग्रामीणों ने बताया कि चारों ही दोस्त बहुत होनहार थे और फिलहाल पढ़ाई कर रहे थे।