ऋषिकेश। सरकारी अस्पताल की इमरजेंसी में घुसकर तोड़फोड़ करने,सरकारी काम में बाधा डालने सहित कई गंभीर आरोपों में दर्ज मुकदमे में फरार आरोपी युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सभी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक आईडीपीएल कॉलोनी निवासी पप्पू पुत्र सोरेन ने पुलिस को एक लिखित तहरीर देते हुए बताया कि बीती 25 मार्च को वह अपने परिवार के साथ घर के बाहर बैठा हुआ था। तभी नेहरू ग्राम निवासी राजकुमार राजभर व उसके साथ अन्य कुछ लोगों ने उनके पुत्र शुभम पर लाठी डंडों से हमला कर उसे बुरी तरह जख्मी कर दिया। जिसको मेडिकल के लिए ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय में के गए। लेकिन तभी आरोपी हमलावर युवक वहा भी पहुंच गए और अस्पताल की इमरजेंसी में घुसकर इमरजेंसी में मारपीट की व अस्पताल के सामान को क्षतिग्रस्त कर सरकारी स्टाफ के साथ भी धक्का मुक्की करते हुए सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई। वहीं अस्पताल की महिला चिकित्सक शुभा ने भी एक तहरीर कोतवाली पुलिस को दी।
पीड़ित के पिता व अस्पताल की चिकित्सक की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में आरोपियों की पहचान की। शनिवार को आईडीपीएल चौकी प्रभारी ज्योति प्रसाद उनियाल के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने घटना मेे लिप्त 5 अभियुक्तों को आईडीपीएल के पुराने गेस्ट हाउस के पास खंडहर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना मेे प्रयुक्त लोहे की रॉड, बेसबॉल डंडा, हॉकी व लकड़ी का डंडा बरामद कर लिया। पकड़े गए अभियुक्तों में राजकुमार राजभर पुत्र छोटेलाल, मनोज राजभर पुत्र छोटेलाल, मनीष राजभर पुत्र विजय कुमार, गुलाब राजभर पुत्र जय राम राजभर व दीपक उर्फ दीपू पुत्र स्वर्गीय राजेश निवासी नेहरू ग्राम,आईडीपीएल, ऋषिकेश के नाम शामिल है। सभी पांचों अभियुक्तों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।