दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/संवाददाता
फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा में पुलिस ने फिर बड़ी सफलता हासिल करते हुए परीक्षा में नकल कराने में शामिल चार अभियुक्तों के साथ ही इस प्रकरण में अभ्यर्थियों को दूसरे आधार कार्ड पर सिम उपलब्ध कराने वाले चार अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
उक्त घटना का खुलासा आज एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अवुदई कृष्ण राज एस ने सिविल लाइंस कोतवाली में पत्रकारों के समक्ष करते हुए बताया कि 16 फरवरी को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित वन आरक्षी परीक्षा में नकल कराए जाने की सूचना के आधार पर मंगलोर पुलिस द्वारा मुख्य अभियुक्त मुकेश सैनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके सहयोगी शहनवाज को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार द्वारा पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के निर्देशन में एसआईटी टीम का गठन कर मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी लक्सर के सुपुर्द की गई। जांच पड़ताल में लक्सर सीओ ने पाया कि रचित पुंडीर, दिशांत धीमान, राहुल व संदीप की इस प्रकरण में पूरी-पूरी संलिप्तता है। टीम ने मुखबिर की सूचना पर मारुति गाड़ी संख्या यूपी-10 बी-4060 सहित चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा में नकल कराने के लिए मुख्य अभियुक्त मुकेश सैनी ने परीक्षा से 10 दिन पूर्व सभी को बुलाकर एक प्लान तैयार किया था, जिसके आधार पर मुकेश सैनी, संदीप, राहुल व दिशांत ने ब्लूटूथ डिवाइस, फोन और एक्टिवेट सिम खरीदे थे। योजना के तहत मुकेश ने परीक्षा के दिन ग्लोबल इंडस्ट्री कॉरपोरेशन फैक्ट्री के एक कमरे में साथियों को एकत्र किया और परीक्षा में इनविजीलेटर के तौर पर बीएसएम इंटर कॉलेज रुड़की में तैनात रचित ने राहुल को पेपरों के सेट की फ़ोटो,मोबाइल से खिंचवाईं। उसके बाद राहुल ने इन फ़ोटो खींचे पेपरों को मुकेश सैनी को उपलब्ध कराया। इसके उपरांत मुकेश सैनी ने इन पेपरों को सॉल्व कराकर मोबाइल में ब्लूटूथ के माध्यम से परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों को नकल कराई। इसी तरह का कार्य उनके द्वारा दूसरी पाली में भी किया गया।वहीं पुलिस ने इस मामले में जुड़े और फर्जी आईडी पर दूसरों के नाम से सिम एक्टिवेट कराने वाले चार अभियुक्तों को सिविल लाइन रुड़की में दर्ज मुकदमे के आधार पर अवनीश अहमद, ज़ियाउल रहमान, रजत गोयल व साहिल को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से एक वाहन, एक मोबाइल फोन व एक मोबाइल बिल बरामद किया। पुलिस टीम में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण स्वप्न किशोर सिंह, कोतवाल प्रदीप चौहान, दरोगा अभिनव शर्मा, दरोगा देवेंद्र सिंह रावत, दरोगा मनोज नौटियाल, दरोगा अशोक कुमार, कॉन्स्टेबल प्रभाकर, चालक दीपक नेगी के साथ ही सीआईयू इंचार्ज रविंद्र कुमार, एचसीपी देवेन्द्र भारती, कॉन्स्टेबल सुरेश रमोला, महिपाल, जाकिर, नितिन, अशोक, रविंद्र खत्री शामिल रहे। पुलिस टीम की इस सफलता पर पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परीक्षेत्र द्वारा 5000 व एसएसपी हरिद्वार ने ने 2500 रुपए का इनाम दिया।
वही एससपी हरिद्वार ने क्षेत्र के लोगों व सिम कार्ड वितरित करने वाले डिस्ट्रीब्यूटर से अपील की कि वह गलत तरीके से सिम का डिस्ट्रीब्यूशन ना करें और ना ही दूसरे लोगों के नाम पर किसी अन्य व्यक्ति के नाम सिम की आईडी संचालित करें। उन्होंने कहा कि सिम सही व्यक्ति को ही आवंटित करें। इसके साथ ही उन्होंने इस प्रकरण के बाद प्रदेश के युवाओं से अपील की कि वह शॉर्टकट के चक्कर में ना पड़े और अपनी कड़ी मेहनत व लगन से अपने मुकाम को हासिल कर जीवन में एक नए सवेरे का आरंभ करें। क्योंकि शॉर्टकट में अक्सर युवा गलत रास्तों पर निकल पड़ता है और जब तक वह संभल पाता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में अभी और गिरफ्तारी होनी है जिनके लिए जांच टीम जुटी हुई है।