उत्तराखंड के रामनगर में शुरू हुए G20 समिट में शामिल होने आए सदस्य देशों के डेलीगेट्स कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा व उनके समाधान के लिए आज एक साथ टेबल पर बैठे। बैठक में सभी सदस्य एक एक कर अपने विचार रख रहे हैं।
नैनीताल जिले के रामनगर में भारत समेत अन्य देशों के G20 ग्रुप के 18 देशों के लगभग 100 मेहमान शामिल होने के लिए रामनगर पहुंचे हैं। आज बुधवार से शुरू हुए गोल मेज सम्मेलन में अलग अलग देशों के विशेषज्ञ हरित, विकास, जलवायु वित्त और लाइफ, त्वरित, समावेशी और लचीला विकास, एस.डी.जी.(सबस्टेनिबल डवलपमें गोल्स)पर प्रगति में तेजी लाना, तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, 21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थान और महिलाओं के नेतृत्व में विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करेंगे। दोपहर में एक पत्रकार वार्ता रखी गई जिसके बाद शाम को विशाल भोज और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा।
बैठक में ‘वन हैल्थ’ के बारे में गहराई से चर्चा होगी। वन हैल्थ में मानव, पर्यावरण और पशुओं के बीच रिश्ते को समझने और इनके बारे में जानकारी लेने में मदद मिलेगी। दरअसल मानव, पशु और पर्यावरण परस्पर एक दूसरे से जुड़े हैं और इनमें से किसी एक का स्वास्थ्य खराब होने से अन्य दो पर नकारात्मक असर पड़ता है।
जानकारी के अनुसार भारत में ‘वन वर्ल्ड वन हैल्थ’ का कॉन्सेप्ट वाइल्डलाइफ कंजरवेशन सोसाइटी ने लगभग 18 वर्ष पहले शुरू किया था। अब, कोविड् के बाद इसका महत्व अधिक बढ़ता नजर आने लगा है। समिट में विश्वभर की 13 संस्थाएं जिनमें संयुक्त राष्ट्र(यू.एन.), अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष(आई.एम.एफ.), विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.), विश्व व्यापार संगठन(डब्ल्यू.टी.ओ.), विश्व श्रम संगठन (आई.एल.ओ.), वित्तीय स्थिरता बोर्ड (एफ.एस.बी.), एशियाई विकास बैंक(ए.टी.डी.), ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक कॉरपोरेशन एंड डेवलपमेंट (ओई.सी.डी.), अफ्रीकन यूनियन(ए.यू.चेयर), न्यू पाटर्नरशिप फॉर अफ्रीकन डिपार्टमेंट(नेपर्ड चेयर), एसोसिएट ऑफ साउथ एशिया नेशन(एशियन चेयर),इंटरनेशनल सोलर एलायंस(आई.एस.ए.) और कोलेशन फॉर डिजाइटर रिजलिंट इनफारट्रेक्चर (सी.डी.आर.आई.)भी शामिल हैं।
इसके साथ ही भारत ने व्यक्तिगत रूप से अपने पड़ोसी और मित्र देशों जिनमें बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशियस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात को भी आमंत्रण दिया है।