हरिद्वार। अनामिका बीच की ऊंगली को कहा जाता है। इसी के साथ बिना नाम वाली स्त्री को भी अनामिका कहते हैं। ठीक वैसे ही संस्कारी पार्टी की अनामिका की भी कहानी है। यह भी दोनों ओर से सफेदपोशों के बीच में रहकर अपने काम को बखूबी अंजाम दे रही थी। साथ ही नामहीन बनकर सफेदपोशों की खेवनहार बनी हुई थी। अनामिका के एक तरफ वाले सफेदपोश अपना काम बनाने के लिए आगे करते थे और आगे वाले इस्तेमाल कर मजा लुटने का काम करते थे।
सूत्र बताते हैं कि अपनी ही बेटी का अपने ही मित्रों से यौन शोषण करवाने वाली कलयुगी मां को कई बड़े सफेदपोशों का संरक्षण प्राप्त था। कुछ प्रापर्टी वालों की इस पर विशेष कृपा थी तो कुछ होटल वालों की यह दुलारी बनी हुई थी।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक यौन शोषण की आरोपी महिला का सहारा लेकर पार्टी के कई नेताओं ने अपना साम्राज्य खड़ा किया। कुछ ने इसका इस्तेमाल कर पार्टी से चुनाव में टिकट प्राप्त किया तो कुछ राज्यमंत्री, मंत्री तक बन बैठे।
सूत्रों के मुताबिक इस महिला को एक सफेदपोश नेता ने एक कार भी गिफ्ट की थी। इसके साथ ही कई सफेदपोशों को खुश करने के लिए नेता महिला का इस्तेमाल करता था। जिसके कारण कुछ सफेदपोशों को खुश किया और फर्श से अर्श तक पहुंचे। कुछ मंत्री बने तो कुछ राज्यमंत्री का पद पाकर संतुष्ट हो गए।
हालांकि महिला के फंसने के बाद पार्टी पदाधिकारी महिला को पूर्व में ही पार्टी के तमाम पदों से हटा दिए जाने की दुहाई दे रहे हैं, किन्तु पार्टी की बड़ी बैठकों में महिला के लिए कोई रोकटोक नहीं थी। जिसका कारण स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है। पार्टी सूत्रों की माने तो कार गिफ्ट करने वाले नेताजी का ठिकाना और महिला की रोजी-रोटी का ठिकाना एक ही था। किसी भी वक्त नेता जी के याद करने पर महिला वहां उपस्थित रहती थी।
अब मामला खुलने पर महिला और बच्ची का यौन शोषण करने वाले जेल की सलाखों के पीछे पहंुच चुके हैं, किन्तु सफेदपोशों के दिल की धड़कन बढ़ी हुई है। सूत्रों के मुताबिक महिला के मोबाइल में कुछ सफेदपोशों के काले कारनामे कैद है। कुछ की व्हाटसएप चैट भी बतायी जा रही है। जिससे ये परेशान हैं। यदि जिस प्रकार से ईमानदारी से काम करते हुए एसएसपी ने इस महिला को जेल भेजने का काम किया है यदि उसी प्रकार ईमानदारी से मोबाइल के राज खोले जाएं तो कई सफेदपोशों की काली करतूतें सामने आ सकती हैं। वैसे इसकी उम्मीद काफी कम नजर आ रही है।