हरिद्वार। तीर्थनगरी के करीब ग्यारह सौ से अधिक विद्यालयो में बुधवार को प्रार्थना सभा के समय लगभग एक लाख छात्र-छात्राओं और पांच हजार शिक्षकों ने स्पर्शगंगा अभियान के अंतर्गत मां गंगा, भारत मां, विद्यालय, आस-पड़ोस और शहर को स्वच्छ रखने का संकल्प लिया। साथ ही गंगा को साफ और स्वच्छ रखने का संदेश भी दिया गया।
राजकीय कन्या इंटर कालेज ज्वालापुर में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते अपर मेला अधिकारी ललित नारायण मिश्र ने कहा कि गंगा नदी से करोड़ों लोग पानी पीते हैं। इसे स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। वह लोग भाग्यशाली हैं जो गंगा के किनारे बसे हैं। इसलिए इसके किनारे बसे लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका हो जाती है कि इसे साफ व स्वच्छ रखें।
बहादराबाद खण्ड शिक्षा अधिकारी अजय कुमार चौधरी ने कहा कि घर के कूड़े और कचरे को गंगा के किनारे फंेकने के बजाय उसे एक जगह एकत्रित कर सही तरीके से निस्तारण किया जाना चाहिए।
कार्यक्रम संयोजिका रीता चंमोली ने कहा कि विद्यालय में बच्चों को स्वच्छता व स्वास्थ्यप्रद आदतों की न सिर्फ जानकारी दी जानी चाहिए।
प्रधानाचार्या पूनम राणा ने कहा कि जब बच्चा छोटा होता है तो हम तभी से उसे अच्छी आदतें सिखाते हैं। जिनमें स्वच्छता भी शामिल होती है, ठीक इसी प्रकार हमें बच्चों को व्यक्तिगत सफाई के साथ-साथ अपने परिवेश कि सफाई भी सिखाना चाहिये। उन्हे बताना चाहिये कि देश और मां गंगा को स्वच्छ रखना हमारा कर्तव्य है।
विशाल गर्ग ने कहा कि एकल उपयोग प्लास्टिक का उपयोग ना करने का संकल्प लेना चाहिए। यह जलीय जीवन मानव जीवन और मृदा के लिए अत्यंत खतरनाक है और इसका उपयोग कम से कम किया जाना चाहिए तभी हम सब अपनी प्रकृति पर्यावरण और परिवारों को सुरक्षित रख सकते हैं।