हरिद्वार। चैत्र नवरात्रि का समापन आज रामनवमी के साथ हो गया। वहीं महाकुंभ का आज रामनवमी का गंगा स्नान भी हुआ। लेकिन कोरोना महामारी का असर इस स्नान पर देखने को मिला। हरकी पौड़ी और आसपास के तमाम गंगा घाटों पर श्रद्धालु काफी कम संख्या में गंगा स्नान करने के लिए पहुंचे। कई घाट सूने पड़े रहे। श्रद्धालुओं की संख्या में कमी को देखते हुए मेला पुलिस ने भी सुरक्षा आधी कर दी। कुंभ मेला क्षेत्र को 4 जोन और 12 सेक्टर में बांटा गया था।
दिल्ली समेत देश के बड़े शहरों में हुए लॉकडाउन का असर हरिद्वार में रामनवमी के स्नान पर देखने को मिल रहा है। कुंभ 2010 में रामनवमी पर्व पर 10 लाख से अधिक लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई थी। लेकिन आज रामनवमी स्नान पर श्रद्धालुओं की संख्या में काफी कमी देखने को मिली। श्रद्धालुओं का कहना है कि गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की संख्या कम है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार ने जो भी आदेश दिया है वह श्रद्धालुओं की भलाई के लिए ही है। अगर कोरोना महामारी न होती और भारी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार में गंगा में स्नान करने आते तो काफी अच्छा लगता। हरिद्वार में छोटे गंगा स्नान पर्व पर भी काफी संख्या में श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचते थे। मगर कोरोना महामारी के कारण रामनवमी के स्नान में श्रद्धालुओं की संख्या में काफी कमी आई। हरिद्वार तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि आज भगवान श्रीराम का जन्म उत्सव है और आज महाकुंभ का चैथा स्थान है। कोरोना महामारी को देखते हुए श्रद्धालु भी काफी जागरूक हैं और कम संख्या में हरिद्वार में गंगा स्नान करने आ रहे हैं। हरिद्वार खाली पड़ा है, जितनी भीड़ दिख रही है वे आम दिनों में दिखाई देती है। कोरोना महामारी को देखते हुए श्रद्धालु अपने घर से निकलने को तैयार नहीं हैं। हम मां गंगा से प्रार्थना करते हैं कि जल्द इस महामारी से लोगों को निजात मिले।