अंतरिक्ष में उल्का पिंडों के पृथ्वी से टकराने की घटना कोई नई नहीं है। पूर्व में भी कई बार पृथ्वी से इनकी टक्कर होती आईं है। जिनमे कुछ बेहद छोटे तो कोई आकार मेे बड़े विशाल भी होते है। लेकिन फिलहाल जिस उल्का पिंड के पृथ्वी की ओर आने की खबर है उसका आकार वैज्ञानिकों के अनुसार करीब 1350 फीट का बताया जा रहा है। जो कुतुबमीनार से छह गुना से अधिक बड़ा है।
अंतरिक्ष शोधकर्ताओं के मुताबिक 1350 फीट व्यास का यह 2006 एचवी5 नामक एस्टेरॉयड आगामी 26 अप्रैल को पृथ्वी से करीब 2.4 मिलियन किमी दूर से गुजरेगा। जिसकी स्पीड 62 हजार किमी प्रति घंटे यानी करीब 1 हजार किमी प्रति मिनट से ज्यादा होगी। हालांकि हालांकि इसके पृथ्वी से टकराने जैसी कोई आशंका नहीं है। लेकिन फिर भी कई अंतरिक्ष वैज्ञानिक इस पर पूरी तरह से नजर गड़ाए बैठे हैं।
जैसा कि सब जानते है कि अंतरिक्ष मेे भटकते इन असंख्य उल्का पिंडों में से कई अब तक पृथ्वी के नजदीक से होकर गुजर चुके है, लेकिन कुछ टकरा भी चुके है। जिनमे करोड़ों वर्ष पूर्व टकराए विशालकाय उल्का पिंड की इसी टक्कर से विशालकाय जीव डायनासोर का पृथ्वी से नामोनिशान मिट गया था।